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Millets dishes in Chhattisgarh :मिलेट्स से बनाएं स्वादिष्ट व्यंजन, रोजाना इस्तेमाल से गंभीर रोगों को रखें दूर

Millets dishes in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ सरकार ने मिलेट्स की उपयोगिता को समझते हुए इसके उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक के लिए प्रदेश में माहौल बनाया है.इसी कड़ी में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के पोषण विभाग ने 16 तरह के मिलेट्स से स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर इन्हें अपने दैनिक जीवन में इस्तेमाल करने की अपील की है.Benefits Of Millets

Millets to get rid of diseases
मिलेट्स से बनाएं स्वादिष्ट व्यंजन
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Sep 28, 2023, 3:38 PM IST

मिलेट्स अपनाकर रोगों को भगाएं दूर

सरगुजा : छ्त्तीसगढ़ में एक बार फिर मिलेट्स को लेकर जागरुकता फैली है.केंद्र से लेकर राज्य सरकार ने मिलेट्स की खूबियों को जानकर इसके पैदावार को बढ़ाने पर जोर किया है.बात यदि छत्तीसगढ़ की करें तो यहां 16 तरह के मिलेट्स यानी मोटा अनाज पाए जाते हैं.छत्तीसगढ़ सरकार ने मिलेट्स की उपयोगिता को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई जगहों पर मिलेट्स कैफे खोले हैं.जिनका मकसद आम दिनचर्या में मिलेट्स को शामिल करना है. वहीं केंद्र सरकार ने भी अपने बजट में मिलेट्स को जगह दी है.इसके लिए देश में मिलेट्स इंस्टीट्यूट खोलने की घोषणा हुई है.

क्यों हैं मिलेट्स खास ? : आज हम मैदा, आटा और चावल के आदी हो चुके हैं. लेकिन गेहूं से बना मैदा हमारे लिए काफी नुकसानदायक है.फिर भी लोग बड़े चाव से मैदा को रोजाना इस्तेमाल करते हैं.इसके बाद बीमार पड़ने पर दवाईयों पर भारी भरकम खर्च करते हैं.लेकिन यदि हम अपने पुरातन सभ्यता में इस्तेमाल किए जाने वाले मोटे अनाज यानी ज्वार,बाजरा,रागी,कोदो कुटकी का इस्तेमाल करें तो इससे हमारे शरीर को ना सिर्फ पोषण मिलेगा,बल्कि सेहत भी तंदुरुस्त होगा.
ऐसे में अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पोषण विभाग में तैनात डाइटीशियन सुमन सिंह ने मिलेट्स को स्वादिष्ट तरीके से इस्तेमाल करने पर जोर दिया है. सुमन सिंह ने पोषण विषय की पढ़ाई कर रही युवतियों को इसके लिये ट्रेंड किया है.

मिलेट्स से बनाएं स्वादिष्ट भोजन : मेडिकल कॉलेज में डाइटीशियन की पढ़ाई कर रहीं युवतियों की माने तो बाजार में मौजूद 16 प्रकार के मिलेट्स से 20 प्रकार के ऐसे व्यंजन बना सकते हैं जो खाने में बेहद स्वादिष्ट और देखने मे आकर्षक भी हैं. अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इन व्यंजनों को बनवाया गया और इसके स्वाद के साथ उपयोगिता बताते हुए इसके उपयोग के लिये लोगों को प्रेरित किया गया.



मिलेट्स से बनने वाले उत्पाद : मिलेट्स से मक्के और बाजरे का पुआ, कोदो की खीर, बाजरे का चीला, बाजरे का हलवा, ज्वार के उपमा, बाजरे की इडली, रागी का डोसा, रागी की कुकीज, मक्के की रोटी, गोंदली का हलवा, कुटकी का उत्तपम, रागी के पराठा और मठरी बना सकते हैं. इसके अतिरिक्त भी अगर आप चाहें तो कई प्रकार के मिलेट्स से इस तरह की डिश बना सकते हैं.


डाइटीशियन सुमन सिंह की माने तो मिलेट्स में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. जैसे फाइबर, प्रोटीन,आयरन और अमीनो एसिड. मिलेट्स एंटी एजिंग गुणों से भी भरपूर होते हैं. इसमें कैल्शियम, आयरन, जिंक, फास्‍फोरस, मैंग्नीशियम, पोटेशियम, फाइबर, विटामिन-बी-6, कैरोटीन, लेसिथिन जैसे तत्व होते हैं.

"मिलेट शरीर में स्थित एसिड को दूर करता है. इसमें विटामिन-B3 होता है जो शरीर की मेटाबॉलिज्‍म की प्रक्रिया को ठीक रखता है, इससे कैंसर जैसे रोग नहीं होते. ये थायराइड, यूरिक एसिड, किडनी, लिवर, लि‍पिड रोग और अग्‍नाशय से जुड़े रोगों में लाभदायक है. क्योंकि यह मेटाबोलिक सिड्रोम को दूर करने में मददगार होते हैं" -सुमन सिंह, डाइटीशियन, मेडिकल कॉलेज अस्पताल

मिलेट्स से होने वाले फायदे : जिन मिलेट्स का उपयोग आपको बताया गया है ये आयरन रीच डाइट में आती हैं, इसे खाने से एनीमिया से बचाव होता है, शरीर में खून बढ़ता है. इसके साथ ही कई अन्य बीमारियों से बचाव मिलेट्स के उपयोग से किया जा सकता है.

मिलेट्स अपनाकर रोगों को भगाएं दूर

सरगुजा : छ्त्तीसगढ़ में एक बार फिर मिलेट्स को लेकर जागरुकता फैली है.केंद्र से लेकर राज्य सरकार ने मिलेट्स की खूबियों को जानकर इसके पैदावार को बढ़ाने पर जोर किया है.बात यदि छत्तीसगढ़ की करें तो यहां 16 तरह के मिलेट्स यानी मोटा अनाज पाए जाते हैं.छत्तीसगढ़ सरकार ने मिलेट्स की उपयोगिता को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई जगहों पर मिलेट्स कैफे खोले हैं.जिनका मकसद आम दिनचर्या में मिलेट्स को शामिल करना है. वहीं केंद्र सरकार ने भी अपने बजट में मिलेट्स को जगह दी है.इसके लिए देश में मिलेट्स इंस्टीट्यूट खोलने की घोषणा हुई है.

क्यों हैं मिलेट्स खास ? : आज हम मैदा, आटा और चावल के आदी हो चुके हैं. लेकिन गेहूं से बना मैदा हमारे लिए काफी नुकसानदायक है.फिर भी लोग बड़े चाव से मैदा को रोजाना इस्तेमाल करते हैं.इसके बाद बीमार पड़ने पर दवाईयों पर भारी भरकम खर्च करते हैं.लेकिन यदि हम अपने पुरातन सभ्यता में इस्तेमाल किए जाने वाले मोटे अनाज यानी ज्वार,बाजरा,रागी,कोदो कुटकी का इस्तेमाल करें तो इससे हमारे शरीर को ना सिर्फ पोषण मिलेगा,बल्कि सेहत भी तंदुरुस्त होगा.
ऐसे में अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पोषण विभाग में तैनात डाइटीशियन सुमन सिंह ने मिलेट्स को स्वादिष्ट तरीके से इस्तेमाल करने पर जोर दिया है. सुमन सिंह ने पोषण विषय की पढ़ाई कर रही युवतियों को इसके लिये ट्रेंड किया है.

मिलेट्स से बनाएं स्वादिष्ट भोजन : मेडिकल कॉलेज में डाइटीशियन की पढ़ाई कर रहीं युवतियों की माने तो बाजार में मौजूद 16 प्रकार के मिलेट्स से 20 प्रकार के ऐसे व्यंजन बना सकते हैं जो खाने में बेहद स्वादिष्ट और देखने मे आकर्षक भी हैं. अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इन व्यंजनों को बनवाया गया और इसके स्वाद के साथ उपयोगिता बताते हुए इसके उपयोग के लिये लोगों को प्रेरित किया गया.



मिलेट्स से बनने वाले उत्पाद : मिलेट्स से मक्के और बाजरे का पुआ, कोदो की खीर, बाजरे का चीला, बाजरे का हलवा, ज्वार के उपमा, बाजरे की इडली, रागी का डोसा, रागी की कुकीज, मक्के की रोटी, गोंदली का हलवा, कुटकी का उत्तपम, रागी के पराठा और मठरी बना सकते हैं. इसके अतिरिक्त भी अगर आप चाहें तो कई प्रकार के मिलेट्स से इस तरह की डिश बना सकते हैं.


डाइटीशियन सुमन सिंह की माने तो मिलेट्स में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. जैसे फाइबर, प्रोटीन,आयरन और अमीनो एसिड. मिलेट्स एंटी एजिंग गुणों से भी भरपूर होते हैं. इसमें कैल्शियम, आयरन, जिंक, फास्‍फोरस, मैंग्नीशियम, पोटेशियम, फाइबर, विटामिन-बी-6, कैरोटीन, लेसिथिन जैसे तत्व होते हैं.

"मिलेट शरीर में स्थित एसिड को दूर करता है. इसमें विटामिन-B3 होता है जो शरीर की मेटाबॉलिज्‍म की प्रक्रिया को ठीक रखता है, इससे कैंसर जैसे रोग नहीं होते. ये थायराइड, यूरिक एसिड, किडनी, लिवर, लि‍पिड रोग और अग्‍नाशय से जुड़े रोगों में लाभदायक है. क्योंकि यह मेटाबोलिक सिड्रोम को दूर करने में मददगार होते हैं" -सुमन सिंह, डाइटीशियन, मेडिकल कॉलेज अस्पताल

मिलेट्स से होने वाले फायदे : जिन मिलेट्स का उपयोग आपको बताया गया है ये आयरन रीच डाइट में आती हैं, इसे खाने से एनीमिया से बचाव होता है, शरीर में खून बढ़ता है. इसके साथ ही कई अन्य बीमारियों से बचाव मिलेट्स के उपयोग से किया जा सकता है.

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