अंबिकापुर: अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे 101 डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों ने अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को सामूहिक रूप से इस्तीफा सौंप दिया है. प्रबंधन ने नियमों का हवाला देकर त्याग पत्र को स्वीकार नहीं किया है.
हड़ताली कर्मचारियों पर एस्मा की तैयारी: छत्तीसगढ़ में अनुबंध वाले डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ 21 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की हड़ताल से मेडिकल कॉलेज अस्पताल के साथ ही जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था गड़बड़ा गई है. शासन ने हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को काम पर वापस लौटने के लिए एस्मा लागू करने साथ ही 1 सितंबर को 48 घंटे का समय दिया था लेकिन इस चेतावनी के बाद वे और भड़क गए और सामूहिक इस्तीफा दे दिया.health workers mass resignation in Surguja
क्यों दिया इस्तीफा: हड़ताली चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि कोरोना काल में उन्होंने जनता की सेवा की और अब सरकार फ्रंट लाइन वर्कर के शांतिपूर्ण आंदोलन के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. सरकार की इसी कार्रवाई के विरोध में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 101 डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों ने सामूहिक रूप से अपना इस्तीफा अस्पताल अधीक्षक को सौंपा है.
कार्रवाई के लिए तैयार प्रशासन: सामूहिक इस्तीफे के मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉ. आर सी आर्या ने बताया कि सामूहिक त्यागपत्र का प्रावधान ही नहीं है, यदि किसी को त्यागपत्र देना है तो उसे सबसे पहले ड्यूटी ज्वाइन करनी पड़ेगी और उसके बाद फार्म नंबर 28 भरने के साथ ही 3 महीने का वेतन जमा करना होगा. उसके बाद उनके त्यागपत्र को स्वीकार किया जाएगा. अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 100 नर्सिंग स्टाफ व 7 डॉक्टर इन दिनों हड़ताल पर है. इन सभी के खिलाफ एस्मा के तहत निलंबन या बर्खास्तगी की कार्रवाई के लिए सूची तैयार कर ली गई है.
हड़ताल पर गए स्वास्थ्यकर्मियों को 1 सितंबर को नोटिस जारी कर 48 घंटे का समय दिया गया था. अब उन पर निलंबन या बर्खास्तगी की कार्रवाई की तैयारी चल रही है - डॉ. आरएन गुप्ता, सीएमएचओ
262 के खिलाफ कार्रवाई की बनी सूची: मेडिकल कॉलेज अस्पताल के साथ ही जिले भर में पदस्थ 262 डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ भी एस्मा के तहत कार्रवाई की तैयारी चल रही है. बताया जा रहा है कि जिले में 309 चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर थे लेकिन इनमें से 47 ने शासन की चेतावनी व समझाइस के बाद ड्यूटी ज्वाइन कर ली है. 21 डॉक्टर, 77 स्टाफ नर्स, 70 महिला आरएचओ, 82 पुरुष आरएचओ व 12 अन्य टेक्नीशियन व स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल पर है.
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