अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अंबिकापुर में नामांकन के दौरान शक्ति प्रदर्शन किया गया. इसके लिए राजनीतिक दलों द्वारा बिना अनुमति वाहनों के उपयोग और वाहनों पर पार्टी का झंडा लगाने को लेकर निर्वाचन आयोग ने सख्त रुख अपनाया है. शिकायत के बाद निर्वाचन विभाग के उड़नदस्ता दल ने आचार संहिता के उल्लंघन पर कार्रवाई की है.
बीजेपी पर चुनाव आयोग की कार्रवाई: उड़नदस्ता दल ने जांच के दौरान गांधी स्टेडियम में खड़े 42 वाहनों और सत्तीपारा एसपी ऑफिस के पास बिना अनुमति लिए खड़े वाहनों पर कार्रवाई की है. इसके अलावा रैली में बिना अनुमति वाहनों के इस्तेमाल पर कार्रवाई करते हुए वाहनों का खर्च प्रत्याशियों के खाते में जोड़ने का निर्णय लिया है.
खर्च का ब्यौरा प्रत्याशियों के व्यय लेखा में जोड़ा: रिटर्निंग अधिकारी विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 10 अम्बिकापुर ने बताया, "एफएसटी दल द्वारा जांच के दौरान गांधी स्टेडियम के अंदर 42 वाहन एवं सत्तीपारा एसपी कार्यालय के नजदीक भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के किनारे 14 वाहनों में भाजपा पार्टी के झंडे लगे हुए पाए गए. निगरानी के दौरान फ्लाइंग स्क्वॉड दल ने पाया कि इन वाहनों में नियमानुसार अनुज्ञा प्राप्त नहीं की गई है. इसके साथ ही वाहनों के चालक और वाहन स्वामी भी मौके पर उपस्थित नहीं पाए गए. इस संबंध में आवश्यक जांच कर दल ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए पंचनामा तैयार किया है. वाहनों की सूची बनाकर इस्तेमाल पर हुए खर्च का ब्यौरा प्रत्याशियों के व्यय लेखा में जोड़ा जाएगा."
कांग्रेस ने सी विजिल एप पर की शिकायत: इसकी शिकायत कांग्रेस ने सी विजिल एप के माध्यम की थी. शिकायत के बाद फ्लाइंग स्क्वॉड दल ने सघन निगरानी के दौरान नाम निर्देशन रैली में बिना अनुमति के वाहनों के इस्तेमाल करने पर कार्रवाई की है. आदर्श आचार संहिता के अनुसार सभा और रैली में आने वाले वाहनों की अनुमति लेना आवश्यक है.
क्या है पूरा मामला: दरअसल, 30 अक्टूबर को संभाग मुख्यालय में भाजपा ने नामांकन दाखिल करने के बहाने रैली निकालकर शक्तिप्रदर्शन किया था, भाजपा की रैली में अंबिकापुर विधानसभा प्रत्याशी राजेश अग्रवाल, सीतापुर प्रत्याशी राम कुमार टोप्पो व लुंड्रा प्रत्याशी प्रबोध मिंज बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे, रैली में भाजपा समर्थक भी वाहनों से पहुंचे थे और वाहनों को बिना अनुमति के गांधी स्टेडियम में खड़ा किया गया था.