अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होने हैं. सरगुजा संभाग की सभी सीटों पर 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. ऐसे में ETV भारत की टीम जनता का मूड जनाने के लिए अम्बिकापुर के शहरी मतदाताओं से बातचीत की. इस बार किसकी सरकार बनाने का मूड है? इस सवाल पर लोगों की प्रतिक्रिया मिली जुली रही. जानिए वोटर्स का अपने नेता को लेकर क्या मिजाज हैं...
मोदी फैक्टर या बाबा फैक्टर, कौन आगे?: कोई कांग्रेस की सरकार बनाना चाहता है, तो कोई कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहा है. कोई टीएस बाबा को ही वोट देना चाहता है, तो कोई मोदी के नाम पर भाजपा को वोट करने की बात कर रहा है. किसी ने भाजपा-कांग्रेस दोनों से नाराजगी जताई है. अब देखना यह होगा कि जीत किसकी होती है. विकास के नाम पर सत्ताधारी कांग्रेस जनता का समर्थन हासिल करेगी या मोदी के नाम पर भाजपा बाजी मारेगी. यह तो मतदान के बाद ही पता चलेगा.
"2014 में सकड़ चौड़ीकरण के नाम पर हमारा दुकान तोड़ा गया था, तब से अब तक 9 साल में बीजेपी और कांग्रेस दोनों आये. लेकिन हमारी कोई सुनने वाला नहीं. हमें जो प्रत्याशी काम करने वाला लगेगा, उसे वोट देंगे." - स्थानीय निवासी, अंबिकापुर
अंबिकापुर जिले की स्थिति: 2023 में जिले की अम्बिकापुर विधानसभा में 1 लाख 25 हजार 935 पुरुष और 1 लाख 28 हजार 910 महिला वोटर हैं. वहीं अम्बिकापुर में 12 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं. इस सीट पर करीब 50 प्रतिशत आबादी एसटी वर्ग की है. जिनमें उरांव, कंवर और गोंड समाज की अधिकता है. यहां लोगों के रोजगार का प्रमुख साधन कृषि है. 2018 के विधानसभा चुनाव में तीसरी कांग्रेस के टी एस सिंहदेव ने इस सीट से जीत दर्ज की. 2018 में टीएस सिंहदेव ने 39624 वोटों से बीजेपी के अनुराग सिंहदेव पर जीत दर्ज की. यहां कांग्रेस को 100439 वोट और बीजेपी के अनुराग सिंह देव को 60815 वोट मिले थे.
सिंहदेव राजघराने का गढ़ है अंबिकापुर: साल 1952 में हुए पहले विधानसभा चुनाव से अंबिकापुर विधानसभा सीट अस्तित्व में आई. अंबिकापुर विधानसभा सीट हाईप्रोफाइल सीट रही है. यहां से वर्तमान विधायक डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव हैं. टीएस सिंहदेव के पूर्वज भी इसी सीट से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आए हैं.