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सरगुजा: PPE किट पहनकर दी पिता को मुखाग्नि, टास्क फोर्स रही मौजूद - Guidelines for funeral of Corona infected

सरगुजा के दर्रीपारा में रहने वाले पार्षद ने PPE किट पहनकर अपने पिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान स्पेशल टास्क फोर्स भी वहां मौजूदी थी, जिनकी निगरानी में अंतिम संस्कार किया गया.

Son gives fire to father by wearing PPE kit in Surguja
PPE किट पहनकर दी पिता को मुखाग्नि
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Published : Aug 7, 2020, 9:10 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा : कोरोना वायरस की चपेट में आकर जान गंवाने वाले पार्षद के पिता का गुरुवार को शहर में अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार के दौरान कलेक्टर के निर्देश पर गठित टास्क फोर्स की टीम वहां मौजूद रही. यह पहला मामला है जब कोरोना से मौत के बाद किसी व्यक्ति का अंतिम संस्कार शहर में ही किया गया है. इस दौरान मृतक के गिने-चुने परिजन ही घाट पर मौजूद रहे और उन्हें भी PPE किट पहनकर ही अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत दी गई.

दरअसल शहर के दर्रीपारा में रहने वाले पार्षद के पिता की तबियत खराब होने पर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, यहां उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें इलाज के लिए रायपुर एम्स रेफर कर दिया गया था. जहां इलाज के दौरान 3 और 4 अगस्त को लगातार दो हार्ट अटैक आने से कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत हो गई थी.

रायपुर में किया जाता था कोरोना पॉजिटिव मरीज के शव का अंतिम संस्कार

आम तौर पर कोरोना से मौत के बाद अब तक शवों का रायपुर में ही अंतिम संस्कार किया जाता था और इसमें परिवार के कुछ सदस्यों को ही PPE किट के साथ शामिल होने की अनुमति होती थी, लेकिन अब शासन की ओर से नियमों में कुछ परिवर्तन किए गए हैं. जिसके तहत शवों को रायपुर से उनके गृह जिले को सुपुर्द कर दिया जाता है.

PPE किट पहनकर दी गई शव को मुखाग्नि

रायपुर एम्स में हुई मौत के बाद उनके शव को लेने परिजन के साथ ही जिला प्रशासन की टीम भी रायपुर गई थी, जो देर रात वापस सरगुजा लौटे थे. जिसके बाद गुरुवार को गंगापुर स्थित मुक्तिधाम में मृतक के कुछ परिजनों की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान परिजन को PPE किट के साथ सिर्फ दूर से शव को देखने की अनुमति दी गई थी. परिवार के सदस्यों ने भी PPE किट पहनकर शव को मुखाग्नि दी.

सरगुजा में कोरोना से मौत का दूसरा मामला

बता दें कि शहर में कोरोना से मौत का यह दूसरा मामला है. इसके पहले शहर के रसूलपुर में रहने वाले बुजुर्ग की कोरोना वायरस से मौत हुई थी. उस दौरान नियम के तहत अंतिम संस्कार रायपुर में किया गया था.

स्पेशल टास्क फोर्स का गठन

कलेक्टर संजीव कुमार झा ने स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कोरोना संक्रमित मृतक के पार्थिव शरीर के सुचारू प्रबंधन और अंतिम संस्कार के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है.

पढ़ें: COVID-19: शव से संक्रमण का खतरा, किन सावधानियों के साथ किया जाता है कोरोना से मौत के बाद अंतिम संस्कार

जारी आदेशानुसार टास्क फोर्स में नायब तहसीलदार किशोर वर्मा को मजिस्ट्रियल ड्यूटी और कोतवाली थाना प्रभारी भारद्वाज सिंह, मणिपुर चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक ओमप्रकाश यादव सहित कोतवाली थाना और मणिपुर चौकी से एक-एक आरक्षक को अन्य प्रशासनिक जिम्मेदारी दी गई है.

जिला प्रशासन की देखरेख में संपन्न कराया जाएगा अंतिम संस्कार

कोरोना संदिग्ध और पॉजिटिव मरीजों के पार्थिव शरीर को उनके रिश्तेदारों को सुपुर्द करने के लिए जारी निर्देशानुसार मृतक के संबंधी या रिश्तेदारों द्वारा अंतिम संस्कार की प्रक्रिया जिला प्रशासन की देखरेख में संपन्न कराई जाएगी.

सरगुजा : कोरोना वायरस की चपेट में आकर जान गंवाने वाले पार्षद के पिता का गुरुवार को शहर में अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार के दौरान कलेक्टर के निर्देश पर गठित टास्क फोर्स की टीम वहां मौजूद रही. यह पहला मामला है जब कोरोना से मौत के बाद किसी व्यक्ति का अंतिम संस्कार शहर में ही किया गया है. इस दौरान मृतक के गिने-चुने परिजन ही घाट पर मौजूद रहे और उन्हें भी PPE किट पहनकर ही अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत दी गई.

दरअसल शहर के दर्रीपारा में रहने वाले पार्षद के पिता की तबियत खराब होने पर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, यहां उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें इलाज के लिए रायपुर एम्स रेफर कर दिया गया था. जहां इलाज के दौरान 3 और 4 अगस्त को लगातार दो हार्ट अटैक आने से कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत हो गई थी.

रायपुर में किया जाता था कोरोना पॉजिटिव मरीज के शव का अंतिम संस्कार

आम तौर पर कोरोना से मौत के बाद अब तक शवों का रायपुर में ही अंतिम संस्कार किया जाता था और इसमें परिवार के कुछ सदस्यों को ही PPE किट के साथ शामिल होने की अनुमति होती थी, लेकिन अब शासन की ओर से नियमों में कुछ परिवर्तन किए गए हैं. जिसके तहत शवों को रायपुर से उनके गृह जिले को सुपुर्द कर दिया जाता है.

PPE किट पहनकर दी गई शव को मुखाग्नि

रायपुर एम्स में हुई मौत के बाद उनके शव को लेने परिजन के साथ ही जिला प्रशासन की टीम भी रायपुर गई थी, जो देर रात वापस सरगुजा लौटे थे. जिसके बाद गुरुवार को गंगापुर स्थित मुक्तिधाम में मृतक के कुछ परिजनों की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान परिजन को PPE किट के साथ सिर्फ दूर से शव को देखने की अनुमति दी गई थी. परिवार के सदस्यों ने भी PPE किट पहनकर शव को मुखाग्नि दी.

सरगुजा में कोरोना से मौत का दूसरा मामला

बता दें कि शहर में कोरोना से मौत का यह दूसरा मामला है. इसके पहले शहर के रसूलपुर में रहने वाले बुजुर्ग की कोरोना वायरस से मौत हुई थी. उस दौरान नियम के तहत अंतिम संस्कार रायपुर में किया गया था.

स्पेशल टास्क फोर्स का गठन

कलेक्टर संजीव कुमार झा ने स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कोरोना संक्रमित मृतक के पार्थिव शरीर के सुचारू प्रबंधन और अंतिम संस्कार के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है.

पढ़ें: COVID-19: शव से संक्रमण का खतरा, किन सावधानियों के साथ किया जाता है कोरोना से मौत के बाद अंतिम संस्कार

जारी आदेशानुसार टास्क फोर्स में नायब तहसीलदार किशोर वर्मा को मजिस्ट्रियल ड्यूटी और कोतवाली थाना प्रभारी भारद्वाज सिंह, मणिपुर चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक ओमप्रकाश यादव सहित कोतवाली थाना और मणिपुर चौकी से एक-एक आरक्षक को अन्य प्रशासनिक जिम्मेदारी दी गई है.

जिला प्रशासन की देखरेख में संपन्न कराया जाएगा अंतिम संस्कार

कोरोना संदिग्ध और पॉजिटिव मरीजों के पार्थिव शरीर को उनके रिश्तेदारों को सुपुर्द करने के लिए जारी निर्देशानुसार मृतक के संबंधी या रिश्तेदारों द्वारा अंतिम संस्कार की प्रक्रिया जिला प्रशासन की देखरेख में संपन्न कराई जाएगी.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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