सरगुजा: बिलासपुर रेंज में हाथियों के आंतक से बचने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. रेडियो कॉलरिंग से वन विभाग हाथियों के लोकेशन पर नजर रखेगा. जिस क्षेत्र में हाथी जाएंगे, वहां के ग्रामीणों को खबर कर दी जाएगी. साथ ही उनके बचाव के इंतजाम भी किए जाएंगे.
विभाग रेडियो कॉलरिंग को अब तक का सबसे सफल तरीका माना है. इस संबंध में वाइल्ड लाइफ CFSS कंवर ने बताया की रेडियो कॉलरिंग से बिलासपुर और सरगुजा वन वृत्त में केजुअल्टी कम हुई है. जशपुर वन मंडल में हाथियों से मौत के मामले अधिक हैं, लेकिन अन्य क्षेत्रों में कमी आई है.
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6 हाथियों में लगे रेडियो कॉलरिंग
वन विभाग ने 5 हाथियों में रेडियो कॉलरिंग लगाई थी. इसमें से गौतमी और प्यारे 2 ही हाथियों में कॉलरिंग बची हुई है. बाकी के 3 हाथी बहरा देव, महान और कर्मा की रेडियो कॉलरिंग गिर चुकी है. वहीं गणेश हाथी का भी कॉलरिंग किया गया है. इस प्रकार बिलासपुर और सरगुजा वन वृत्त में कुल 6 हाथियों की कॉलरिंग हो चुकी है.
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रेडियो कॉलरिंग रहा कारगर
इस उपाय को कारगर मानते हुए उन्होंने बताया की 12 रेडियो कॉलरिंग की स्वीकृति वन विभाग को मिली है, जिसमें से 6 ही लग सकी है. अक्टूबर में फिर से रेडियो कॉलरिंग लगाने का काम शुरू किया जाएगा.