सरगुजा : लॉकडाउन के दौरान कर्नाटक में फंसे 170 प्रवासी मजदूरों को गुरुवार को छत्तीसगढ़ वापस लाया गया. रोटरी क्लब के सहयोग से इन मजदूरों को बेंगलुरु से विशेष विमान जरिए छत्तीसगढ़ लाया गया है.
छत्तीसगढ़ के खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. जिसके जरिए कर्नाटक में फंसे हुए छत्तीसगढ़ के कई मजदूरों ने कॉल करके मदद की गुहार लगाई थी. सरकार की ओर से लगातार प्रयास करते हुए रेलमार्ग से मजदूरों को वापस लाने की व्यवस्था की गई थी. इसके बावजूद कई मजदूर फंसे हुए थे, जिन्हें फ्लाइट माध्यम से वापस लाया गया है.
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इन सभी मजदूरों को बेंगलुरू एयरपोर्ट में लाने से पहले 14 दिन के क्वॉरेंटाइन में रखा गया था. छत्तीसगढ़ आने के बाद इनके स्वास्थ्य की जांच की गई और घर जाने से पहले इन्हें दोबारा क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा.
रोटरी क्लब ने की मदद की पेशकश
खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि इन मजदूरों को वापस लाने की कोशिशें लगातार जारी थीं. कर्नाटक के सुदूर हिस्सों में फंसे होने के कारण सबसे संपर्क करने और उनकी मदद करने में परेशानियां हो रही थीं, इसी दौरान उनका संपर्क कर्नाटक के कोलार जिले के रोटरी क्लब के अध्यक्ष सोमशेखर गौड़ा और सदस्य अजय बहेल से हुआ. लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए उन्होंने आगे बढ़कर मदद की पेशकश की.
रोटरी क्लब के अध्यक्ष और सदस्यों का जताया आभार
रोटरी क्लब के अध्यक्ष सोमशेखर गौड़ा और अजय बहेल ने सक्रियता को दिखाते हुए कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में फंसे मजदूरों को कैंपेगौड़ा एयरपोर्ट, बेंगलुरु तक बस से लाने की व्यवस्था की गई, जिसके बाद उन्हें विमान के जरिए छत्तीसगढ़ लाया गया. इस सहयोग के लिए मंत्री अमरजीत भगत ने पत्र लिखकर सोमशेखर गौड़ा और अजय बहेल को आभार जताया है. साथ ही उन सभी को धन्यवाद दिया जिन्होंने मजदूरों की घर वापसी के लिए योगदान दिया.
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मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि हेल्पलाइन नंबर 18001233714 अब भी चल रहा है. देश के किसी भी हिस्से में फंसे मजदूर या अन्य लोगों को जरूरत होने पर इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं. साथ ही जरूरतमंदों की किसी भी तरह की मदद करना चाहते हैं उनका स्वागत है.