मडगांव : गोलकीपर लक्ष्मीकांत कट्टिमणि के शानदार प्रदर्शन से हैदराबाद एफसी ने रविवार को यहां फाइनल में केरल ब्लास्टर्स को पेनल्टी शूटआउट में हराकर पहली बार इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का खिताब जीता. नियमित और अतिरिक्त समय तक स्कोर 1-1 से बराबर था। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया जिसमें हैदराबाद ने 3-1 से जीत दर्ज की.
हैदराबाद के लिये जोआओ विक्टर, खासा कमारा और हलीचरण नारजारी ने गोल किये, जबकि केरल की तरफ से केवल आयुष अधिकारी ही गोल कर पाये। कट्टिमणि ने तीन गोल बचाये. यह तीसरा अवसर है जबकि केरल को फाइनल में हार का स्वाद चखना पड़ा. इससे पहले केपी राहुल ने 68वें मिनट में केरल को बढ़त दिलायी थी लेकिन साहिल तवोरा ने 88वें मिनट में हैदराबाद की तरफ से बराबरी का गोल दाग दिया था.
बता दें, हैदराबाद एफसी पहली बार आईएसएल के फाइनल में पहुंची थी, जबकि केरला ब्लास्टर्स ने तीसरी बार फाइनल खेला. केरला ब्लास्टर्स ने इससे पहले 2014 और 2016 में फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन दोनों मौकों पर उन्हें एटीके मोहन बागान से हार का सामना करना पड़ा था, जिससे उसका आईएसएल ट्राफी जीतने का सपना टूट गया था. इस बार भी केरला ब्लास्टर्स टीम खिताब जीतने से चूक गई.
इस बार, हैदराबाद एफसी ने एटीके मोहन बागान से सेमीफाइनल के दूसरे चरण में मिली 0-1 की हार के बावजूद कुल 3-2 के स्कोर से फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था. हैदराबाद एफसी ने पहला चरण 3-1 से जीता था, जिसमें उसके लिए बार्थोलोम्यू ओगबेचे, यासिर मोहम्मद और जेवियर सिवेरियो ने गोल किए थे.