नई दिल्ली : भारत में 5G सर्विस अक्टूबर, 2022 में पेश की गईं, लेकिन वे अभी भी देश भर में व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं हैं, जिसके चलते नेटवर्क कवरेज में कमी आई है. इसके अलावा, काउंटर प्वाइंट रिसर्च के अनुसार, इस्तेमाल के मामलों में जागरूकता की कमी और 10,000 रुपये और उससे कम कीमत वाले कुछ 5G हैंडसेट के चलते देश में बड़े पैमाने पर 5G अपनाने में देरी हो सकती है.
काउंटरप्वाइंट के रिसर्च डायरेक्टर तरूण पाठक ने कहा, 'अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना बाकी है, खासकर नेटवर्क कवरेज के मामले में.' वर्तमान सीमाओं के बावजूद, बाजार में 5G स्मार्टफोन की बढ़ती संख्या और उनकी बढ़ती लोकप्रियता भारत के 5G इकोसिस्टम के लिए आशाजनक भविष्य का संकेत देती है. काउंटरपॉइंट डेटा के अनुसार, भारत की 5G स्मार्टफोन की बिक्री मई 2023 में पहली बार उल्लेखनीय 100 मिलियन के आंकड़े को पार कर गई और साथ ही, प्रति माह 4G स्मार्टफोन शिपमेंट के आकड़े को भी पार कर गई.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कम कीमत वाले बैंड में 5जी स्मार्टफोन की बढ़ती लोकप्रियता है, खास तौर से 20,000 रुपये से कम कीमत वाले. 2021 में, इस प्राइस सेगमेंट में 5G स्मार्टफोन की बिक्री केवल 4 प्रतिशत थी, लेकिन 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 14 प्रतिशत हो गया है. सीनियर एनालिस्ट शिल्पी जैन ने कहा, 'अपकमिंग फेस्टिव सीजन से पहले कंज्यूमर के बीच कई लॉन्च और 5G फोन की हाई डिमांड के साथ 5जी की पहुंच बढ़ती रहेगी.' उन्होंने कहा कि ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग (ओईएम) इस ट्रेंड को उठा रहे हैं और 10,000 रुपये से 15,000 रुपये की रेंज में 5G फोन लॉन्च कर रहे हैं, जिससे 5G अपनाने में तेजी आई है.