तेल अवीव: इजराइल और हमास के आतंकियों के बीच संघर्ष आज चौथे दिन भी जारी है. इस बीच मंगलवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि इजरायल ने इस युद्ध को शुरू नहीं किया लेकिन इसे खत्म जरूर करेगा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 1973 के योम किप्पुर युद्ध के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा युद्ध है. इजराइल ने 3,00,000 सैनिक जुटाए हैं. इससे पहले 400000 रिजर्व सैनिकों को बुलाए गए थे.
इसे बेहद क्रूर और बर्बर तरीके से हम पर थोपा गया. नेतन्याहू ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, 'हालांकि इजराइल ने इस युद्ध को शुरू नहीं किया, लेकिन इजराइल इसे खत्म कर देगा. हमास के आश्चर्यजनक हमले में अब तक 2,300 से ज्यादा इजराइली घायल हो गए हैं और 700 से अधिक लोग मारे गए हैं. पीएम नेतन्याहू ने हमास पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी और वे इसे लंबे समय तक याद रखेंगे.'
नेतन्याहू ने कहा, 'हमास समझ जाएगा कि हम पर हमला करके उसने ऐतिहासिक गलती की है. हम ऐसी कीमत चुकाएंगे जो आने वाले दशकों तक उन्हें और इजरायल के अन्य दुश्मनों को याद रहेगी.' उन्होंने बंधक बनाए गए लोगों की दुर्दशा पर भी प्रकाश डाला और कहा, 'हमास ने निर्दोषों के खिलाफ जो क्रूर हमले किए इजराइली दिमाग चकरा देने वाले हैं. पूरे परिवार का घरों में मार देना, उत्सव में सैकड़ों युवाओं की हत्या करना, बड़ी संख्या में महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों, यहां तक कि नरसंहार से बचे लोगों का अपहरण करना शामिल है. हमास के आतंकवादियों ने बच्चों को बांधा, जलाया और मार डाला. वे जंगली हैं.'
हमास को आईएसआईएस के रूप में ब्रांड करते हुए, उन्होंने सभ्यता की ताकतों से हमास के खिलाफ एकजुट होने और उसे हराने का आह्वान किया. हमास आईएसआईएस है. नेतन्याहू ने कहा, 'हमास को हराने में इजरायल का समर्थन करना चाहिए. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अन्य विश्व नेताओं को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद भी दिया.