रायपुर: खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए 7 बजे से मतदान शुरू हो गया जो शाम 5 बजे तक चलेगा. दोपहर 1 बजे तक 52.74 प्रतिशत मतदान हो चुका है. कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने देवालीभाट में वोट डाला. बीजेपी प्रत्याशी कोमल जंघेल ने घिरघोली मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान किया.
17 अप्रैल को खैरागढ़ बनेगा जिला: कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने भी अपना वोट डाला. उन्होंने ग्राम देवारीभाट के शासकीय प्राथमिक शाला पहुंच कर मतदान किया और अपनी जीत का दावा किया. वोट डालने के बाद यशोदा अपनी जीत को लेकर काफी आश्वस्त दिखी. यशोदा वर्मा ने कहा कि खैरागढ़ की जनता मतदान को लेकर काफी उत्साहित है. सीएम के 24 घंटे के अंदर जिला बनाने के आश्वासन के बाद लोगों को 17 अप्रैल का इंतजार है. खैरागढ़ को जिला बनाने को लेकर यहां की जनता काफी खुश है. मतदान केंद्रों में वोटर्स की काफी भीड़ है. पूरा गांव मतदान करने पहुंच रहा है.
खैरागढ़ उपचुनाव के लिए (Khairagarh assembly by election) 291 मतदान केंद्र बनाए गए हैं . जिसमें 34 मतदान केंद्र अति संवेदनशील हैं और 18 मतदान केंद्र संवेदनशील है. यह मतदान केंद्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आते हैं. इन मतदान केंद्रों में कैमरे की नजर भी रहेगी. यदि मतदाताओं की संख्या की बात करें तो कुल मतदाताओं की संख्या 211540 है. जिसमे से पुरुष मतदाता 106290 और महिला मतदाता 105250 हैं.
खैरागढ़ में सखी मतदान केंद्र : सोमवार को खैरागढ़ उपचुनाव के लिए मतदान दलों को मतदान सामग्री के साथ रवाना किया गया था. इस बार उपचुनाव के लिए सखी मतदान केंद्र भी बनाया गया है जिसमें महिलाएं मतदान करेंगी. इस मतदान केंद्र की खास बात ये होगी कि इस बूथ में ड्यूटी में तैनात कर्मचारी भी महिलाएं होंगी. इसके अलावा 80 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्ध और दिव्यांगों के लिए डाक मतपत्र भी चुनाव आयोग की तरफ से उपलब्ध कराए गए. डाकमत पत्रों के लिए 107 लोगों के आवेदन आए थे. जिसमे से 104 लोगों ने इसका इस्तेमाल किया.
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव : 291 केंद्रों के लिए मतदान दल रवाना, 12 को वोटिंग 16 को नतीजे
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान: खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव को 2023 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी का नजर आ रहा है. दोनों ही पार्टियों के दिग्गजों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी. कांग्रेस जहां उपचुनाव में जीत के सिलसिले को बरकरार रखना चाहती है तो वहीं बीजेपी खैरागढ़ के जरिए सत्ता वापसी का रास्ता खोलने में लगी है. खैरागढ़ उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने यशोदा वर्मा को उम्मीदवार बनाया है तो बीजेपी ने कोमल जंगेल पर दांव लगाया है. जेसीसीजे ने दिवंगत देवव्रत सिंह के रिश्तेदार नरेंद्र सोनी को चुनाव में खड़े किया है.