रायपुर: राजधानी रायपुर में विश्व हिंदू परिषद की तरफ से दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में शामिल होने विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार रायपुर पहुंचे. शनिवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. जिसमें देश के समसामयिक मुद्दों सहित कई सवालों के जवाब उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान दिए. आइए जानते हैं आलोक कुमार ने क्या कहा. (VHP working president Alok Kumar in Raipur )
हिंदुओं की जगह हिंदुओं को मिलनी चाहिए: विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि "काशी विश्वनाथ और मथुरा जन्म स्थल पर किसी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए. यह जगह हिंदुओं की है और हिंदुओं को मिलनी चाहिए. यह विश्व हिंदू परिषद के एजेंडे में भी है. इसे लेकर विश्व हिंदू परिषद काम कर रहा है".
संवैधानिक तरीकों से लिया जाएगा मंदिरों को वापस: वर्तमान में चल रही मंदिर मस्जिद विवाद को लेकर कहा कि "पहले ये था कि अयोध्या का राम मंदिर बन जाए. फिर काशी और मथुरा का विचार करेंगे. लेकिन अब परिस्थितियां अलग है. ज्ञानवापी में जो शिवलिंग मिला है वो साक्षात महादेव है. पूरे देश के लोग वहां जाकर दर्शन करना चाहते हैं. काशी विश्वनाथ और मथुरा में भगवान का जन्म स्थल है. हमें वापस मिलना चाहिए. हम कोर्ट से मथुरा काशी जीतेंगे. हमें विश्वास है. इन मंदिरों को लेने के लिए कानून से बाहर जाकर कुछ नहीं करना है. हिंसा का प्रयोग किए बगैर इन्हें संवैधानिक तरीके से वापस लेना है".
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नूपुर शर्मा मामले में कहा कि कानून अपना काम करेगा: भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता रही नूपुर शर्मा के विवादित टिप्पणी के मामले पर आलोक कुमार ने कहा कि "इस पर कानून और अदालतें अपना फैसला करेंगR. इसके लिए मुस्लिम समाज की तरफ से की जा रही हिंसा सही नहीं है. उनके खिलाफ भी संवैधानिक कार्यवाही होनी चाहिए. इसके लिए पुलिस सक्षम है. यदि जरूरत पड़े तो विश्व हिंदू परिषद इस मामले में सामने आएगा ".
गोधन न्याय योजना की तारीफ: विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष ने गोधन न्याय योजना को सराहा है. उन्होंने कहा कि "यह एक अच्छा कदम है. राम वन गमन पथ प्रोजेक्ट भी काफी अच्छा है".
कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व करता है दिखावा: आलोक कुमार ने सनातन धर्म के वापसी के सवाल पर कहा कि "4- 6 पुरखे पहले जो हिंदू थे वे दूसरे समुदाय में चले गए हैं. वे फिर से सनातन धर्म में लौटे हैं. 6 महीने में लगभग 19 हज़ार लोग लौट के सनातनी हो गए. यह अभियान लगातार चलेगा". कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को लेकर कहा कि वे दिखावा करते हैं. कपड़े के ऊपर जनेऊ पहनते हैं और चुनाव के समय मंदिर जाते हैं.
प्रशासनिक हस्तक्षेप पर बोले आलोक कुमार: मंदिरों पर प्रशासनिक हस्तक्षेप को लेकर आलोक कुमार ने कहा कि "सरकारें मंदिर चलाती है और ऑफिस बैठाती है मंदिर के पैसे का बड़ा हिस्सा सरकारी खजाने में जाता है जबकि अन्य धार्मिक स्थलों के साथ ऐसा नहीं है. अब ऐसा नहीं चलेगा. हिंदुओं का पैसा कैसे खर्च करना है, हिंदू तय करेंगे. सरकार का अधिकार नहीं रहना चाहिए. इसको लेकर केंद्र सरकार के सामने भी प्रस्ताव रखा गया है. संतों से भी मिल रहे हैं. कई राज्य सरकारों ने मंदिर वापसी का निर्णय लिया है. आने वाले 2 सालों में हम मंदिर वापस करा लेंगे ऐसा हमें विश्वास है".