रायपुरः पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को साधने में कांग्रेस जुड़ गई है. दल-बदल कर दूसरे दल में गए पार्टी के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को पार्टी में कैसे शामिल किया जाए, उसकी कांग्रेस रणनीति बना रही है. इसके बाद बड़े पैमाने पर पार्टी छोड़कर दूसरे दल में गए नेताओं और कार्यकर्ताओं को वापस कांग्रेस में प्रवेश दिलाया जाएगा. इसकी शुरुआत भी हो चुकी है. गुरुवार को ही नगरी प्रशासन मंत्री एवं आरंग विधायक शिव कुमार डेहरिया के सामने जनपद सदस्यों ने उन्हें कांग्रेस में प्रवेश किया.
प्रवेश करने वालों में मधु विकास टंडन जनपद सदस्य, इंदिरा सीता पटेल आरंग, नेहा दीपेंद्र वर्मा आरंग शामिल थे. आने वाले समय में पार्टी छोड़कर बाहर गए नेताओं को वापस पार्टी में लाने बड़े पैमाने पर एक मुहिम चलाई जाएगी. इसको लेकर कांग्रेस रणनीति बना रही है. कांग्रेस के अनुसार जो लोग पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में प्रवेश किये थे, उनकी घर वापसी कराई जा रही है.
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भाजपा पर जबरिया पार्टी में लेने का आरोप
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर का कहना है कि भाजपा के लोग कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बहला-फुसलाकर या फिर जबरदस्ती पार्टी में शामिल करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसी तरह आरंग के कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को भाजपा के लोग दिल्ली घुमाने के बहाने ले गए और वहां भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के सामने उनकी फोटो खींच ली. बाद में कहा कि इन लोगों ने भाजपा में प्रवेश किया. ऐसे लोगों की घर वापसी के लिए कांग्रेस के द्वारा मुहिम चलाई जाएगी.
पार्टी नीतियों से दुखी हैं कार्यकर्ता
इन सब को देखते हुए आज कांग्रेस पार्टी के वे कार्यकर्ता, जिन्होंने 15 साल संघर्ष किया है, काफी दुखी हैं. वे दुखी मन से और भाजपा की विचारधारा से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल होना चाह रहे हैं. बहुत से लोग शामिल भी हो चुके हैं. आगे और यह चीजें बढ़ेंगी. गौरी शंकर ने कहा कि इन सब चीजों को देखकर कांग्रेस के नेता चिंतित हैं और इस प्रकार का आरोप लगा रहे हैं. जबकि इसमें सच्चाई कुछ और है. वे पहले अपना घर संभाल लें, उसके बाद दूसरों पर आरोप लगाएं.