रायपुर: पिछले कुछ दिनों से राजधानी में कोरोना संक्रमण के साथ ही अनट्रेस मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. कोविड जांच कराने वाले संदिग्ध, जांच के दौरान अपना गलत मोबाइल नंबर और गलत पता दे रहे हैं. इस कारण कांटेक्ट ट्रेसिंग करने वाली टीम को इनका पता लगाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. ऐसे में संदिग्धों तक पहुंचने प्रशासन ने खास कवायद की है. कोरोना टेस्ट कराने वालों को अब अपने नंबर के साथ ही दो अन्य लोगों का भी मोबाइल नंबर देना होगा. ये जानकारी देने के बाद ही आगे की प्रक्रिया होगी. (Strictness on covid test in Raipur)
रायपुर जिला प्रशासन पॉजिटिव लोगों की दुरुस्त जानकारी रखने के लिए नई कवायद कर रहा है. जांच केंद्रों में टेस्टिंग के लिए आने वाले लोगों से घर का पूरा पता और दो अन्य लोगों का मोबाइल नंबर लिया जा रहा है. ताकि टेस्ट कराने वाले लोगों को आसानी से कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग की जा सके. अधिकारी ने बताया कि कुछ दिनों से देखा जा रहा था कि कोविड टेस्टिंग के दौरान संदिग्ध अपना गलत पता और मोबाइल नंबर दे रहे हैं. जिससे पॉजिटिव आने पर भी उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है. इस वजह से जांच के लिए आने वाले लोगों का घर का पता और जान पहचान के दो लोगों के फोन नंबर लिए जा रहे हैं.
corona update chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में कोरोना से 7 मौत, बिलासपुर में ओमीक्रोन के 3 नए मरीज
इतने लोगों ने नहीं दी सही जानकारी
रायपुर में हर रोज औसतन 7500 नमूने लिए जा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से 15 सौ से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं. 8462 एक्टिव केस है. संक्रमण दर 22.45 प्रतिशत है. पिछले दिनों कोरोना टेस्ट के दौरान रोजाना 270 से 300 संदिग्धों की सही जानकारी नहीं मिली. टेस्ट करवाने वाले 700 से ज्यादा लोगों ने अपना मोबाइल नंबर गलत दिया. 300 से ज्यादा लोगों के घर का पता गलत निकला. 270 लोगों ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर रखा. जिसके बाद जिला प्रशासन ने टेस्ट करवाने वालों के लिए घर का पूरा पता देने के साथ ही दो पहचान के लोगों का नंबर देने की अनिवार्यता कर दी.