रायपुर: प्रदेश के प्राइवेट स्कूल अपनी समस्याओं और विभिन्न मांगों को लेकर आज धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के प्राइवेट स्कूलों की लंबित मांगों पर प्रशासन द्वारा लगातार अनदेखी किए जाने और प्रदेश संगठन की तरफ से शासन को जगाने के लिए छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रहा है. स्कूल बंद होने के कारण प्रदेश के लगभग 7 हजार स्कूल आज बंद है. जिससे 16 लाख बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. इस प्रदर्शन के दौरान ऑनलाइन क्लासेस भी बंद रखा गया है. टीचर्स ने 3 दिन के अंदर मांगे नहीं मानने पर आंदोलन तेज करने की बात कही हैं.
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राइट टू एजुकेशन (Right to Education) का पैसा भुगतान की मांग
शनिवार को छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया था कि लगातार प्रशासन की अनदेखी के कारण संगठन ने ये निर्णय लिया है. उन्होंने कहा था कि प्रशासन द्वारा लगातार प्राइवेट स्कूलों की समस्याओं पर अनदेखी की जा रही है. राइट टू एजुकेशन (Right to Education) का पैसा जो पिछले 3 महीनों से प्रशासन के पास पड़ा हुआ है, लेकिन कोई ना कोई कारण बताकर उन राशियों का भुगतान प्राइवेट स्कूलों को नहीं किया गया है. करीब 106 करोड़ रुपये की राशि प्राइवेट स्कूलों को देनी है. लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा वह राशि नहीं दी जा रही है. राजीव गुप्ता ने स्कूलों की मान्यता को लेकर भी शासन-प्रशासन पर आरोप लगाया था. स्कूल बसों का टैक्स भी माफ करने की मांग की थी.