रायपुर: 9 सितंबर तो तीज का त्यौहार (Teej festival) है. सुहाग की सलामती के लिए हिंदू महिलाएं (Hindu women) इस पर्व को करती हैं. इस बार तीजा पर रायपुर का कपड़ा बाजार (raipur cloth market) गुलजार हो गया है. खासकर साड़ियों की दुकानें (saree shops). इस बार साड़ियों की जमकर खरीदारी हो रही है. बीते दो सीजन से तीज पर बाजार फीका था. इस बार कोरोना केस कम होने से सुहाग के इस पर्व पर बाजार में रौनक लौट आई है. सिल्क की साड़ियों (silk sarees) की जमकर खरीदारी हो रही है. महिलाओं को हल्की सिल्क की साड़ियां (light silk sarees) खूब पसंद आ रही है. यही वजह है कि साड़ियों के दुकान में सुबह से शाम तक लगातार भीड़ लगी रहती है. तीजा पर नई-नई डिजाइनों की साड़ियों (new designs sarees) का चलन रहा है. महिलाओं में इस पर्व को लेकर काफी उत्सुकता रहती है.
सिल्क साड़ियों की डिमांड बढ़ी
रायपुर के गोल बाजार ( gol market) के दुकानदारों ने बताया कि बीते दो सीजन से कोरोना की मार ने उनका धंधा चौपट कर दिया था. तीज पर्व पर महिलाओं ने बीते दो सीजन में कोई खास खरीदारी नहीं की थी. लेकिन इस बार बाजार में ट्रेड खूब हो रहा है. लगातार महिलाएं साड़ियों की खरीदारी के लिए मार्केट का रुख कर रही हैं.मीडियम रेंज की साड़ियों की सबसे ज्यादा डिमांड है.
महिलाओं में तीज पर खरीदारी को लेकर उत्साह
रायपुर में साड़ियों की दुकानों की बात करें तो यहां हर दुकान से औसतन 100 साड़ियों की बिक्री हो रही है. करीब हर महिला दो से तीन साड़ियों की खरीदारी कर रहीं हैं. सिल्क की साड़ियों के अलावा बनारसी साड़ियां भी महिलाओं को खूब भा रही है. सिल्क की साड़ियों में सूरत से आई साड़ियां महिलाओं को खूब पसंद आ रही है. इनमे तीन हजार से चार हजार रुपये की साड़ियों को महिलाएं सबसे ज्यादा पसंद कर रहीं हैं. बाजार में ऑर्गेसा, सिल्क, बांधनी, बंधेज साड़ियों की सबसे ज्यादा डिमांड है.
हल्की साड़ियां होती हैं ज्यादा आरामदायक
तीजा पर्व पर खरीदारी करने आई महिलाओं ने बताया कि सिल्क की साड़ियां वह इसलिए खरीद रहीं हैं क्योंकि वह काफी आरामदायक है. ऐसी साड़ियों में वजन कम होता है. इसलिए यह पहनने में काफी कंफर्टेबल होती है. इस वजह से वह ऐसी साड़ियों को खरीद रही हैं.