रायपुर: आरएसएस के देश में जनसंख्या कानून लागू करने को लेकर राजनीति गर्मा गई है. पत्रकार वार्ता में संगठन के सरकार्यवाह डॉ मनमोहन वैद्य के जनसंख्या कानून देश में लागू करने के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आरएसएस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि "आरएसएस एक समुदाय विशेष को लेकर यह बात कह रही है." इससे पहले सोमवार को सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि " आरएसएस के लोग दोहरी मानसिकता की बात करते हैं. पहले बच्चे पैदा करने पर जोर दिया. अब जनसंख्या नियंत्रण की बात कर रहे हैं". RSS targets on specific community
समुदाय विशेष पर आरएसएस का निशाना: सिंहदेव ने कहा " जनसंख्या कानून सामान्य रूप से लागू होने के लिए मैं नहीं समझता कि किसी को आपत्ति है. लेकिन यह व्यक्ति की इच्छा से होना चाहिए. आरएसएस का उद्देश्य दूसरा ही रहता है हम सब उसको समझते हैं. आरएसएस किसी समुदाय विशेष को यह सब कह कर टारगेट करना चाहते हैं. जनसंख्या नियंत्रण एक सामाजिक जरूरत है. देश के संसाधन सीमित होते हैं आबादी संतुलित होनी चाहिए इसमें कोई दो बात नहीं है. लेकिन यह व्यक्ति की इच्छा से होना चाहिए. "
जनसंख्या कानून की बात पर बघेल का संघ पर गंभीर आरोप, RSS का पलटवार
जनसंख्या कानून पर संघ का मत: आरएसएस की तीन दिवसीय समन्यवय समिति की बैठक में जनसंख्या कानून को लेकर संघ के सह सरकार्यवाह डॉ मनमोहन वैद्य ने कहा " संघ ने इसको लेकर एक प्रस्ताव पारित किया है. अगले 50 वर्षों के बाद कितने युवा हाथ काम करने के लिए चाहिए और अपने राष्ट्र के संसाधनों की सीमाओं को ध्यान में रखकर एक लंबे समय के लिए जनसंख्या नीति बननी चाहिए. उस कानून को सामान्य रूप से सभी पर लागू करना चाहिए. संघ ने यह प्रस्ताव पहले से ही पारित किया है".
स्कूल और कॉलेज में होनी चाहिए हिंदुत्व की पढ़ाई: संघ के सह सरकार्यवाह डॉ मनमोहन वैद्य ने कहा " विदेशों में अब भारत की हिंदु सभ्यता कल्चर और संस्कृति की जब पढ़ाई हो रही है तो भारत में भी हिंदुत्व की पढ़ाई स्कूल और कॉलेज में होनी चाहिए. देश के विद्यापीठ में हिंदुत्व की पढ़ाई होनी चाहिए. वैद्य ने देश में गृह उद्योग को बढ़ावा देने की बात भी कही है. उन्होंने कहा ब्रांडेड चीजें अच्छी बनाने के फैशन की वजह से स्थानीय कामगारों को काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है. जबकि पहले के समय में भारत के हर घर में एक कारखाना होता था.