रायपुर: छात्रों में विज्ञान को लेकर रूचि और रूझान बढ़ाने,उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण और तर्क क्षमता का विकास करने के लिए हर साल इंस्पायर कैंप का आयोजन किया जाता है.छत्तीसगढ़ में इंस्पायर अवार्ड मानक योजना संचालित है. छत्तीसगढ़ राज्य के 14 हजार 520 विद्यालयों के पूर्व माध्यमिक और हाईस्कूल स्तर की कक्षा छठवीं से दसवीं तक के होनहार छात्र-छात्राओं से 2020-21 में इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत ऑनलाईन पंजीयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
लखनऊ की दिव्यांशी जैन ने सीबीएसई की 12वीं परीक्षा में किया टॉप
लोक शिक्षण विभाग के संचालक जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि शिक्षा सत्र 2020-21 में राज्य के सभी पूर्व माध्यमिक विद्यालयों और हाई स्कूल के छठवीं से दसवीं क्लास तक के विद्यार्थियों की अधिक से अधिक संख्या में इंस्पायर अवार्ड मानक योजना में शामिल करने के लिए 60 हजार प्रतिभागियों के नामांकन का लक्ष्य रखा है. इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत भारत सरकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली और नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान भारत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार का स्वायत्तशासी संस्थान (NIF) से संचालित है. इसमें राज्य के सभी विद्यालयों से कक्षा छठवीं से दसवीं तक के विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं.
आइडिया के साथ करना होगा पंजीयन
हर माध्यमिक स्तर के विद्यालय से 3, हाईस्कूल स्तर के विद्यालय से 2 नए आइडिया और ऐसे विद्यालय जहां पूर्व माध्यमिक शाला और हाईस्कूल एक साथ संचालित हों, वहां 5 नए आइडिया का चयन करने के बाद पंजीयन कराया जा सकता है. छात्रों के आइडिया के पंजीयन के लिए संबंधित विद्यालय के प्रिंसिपल या संस्था के विज्ञान शिक्षक के सहयोग से पंजीयन की प्रक्रिया पूरी कराई जाती है. पंजीयन आइडिया या प्रोजेक्ट का NIF से चयन होने के बाद चयनित प्रतिभागियों को मॉडल बनाने के लिए 10 हजार रूपए की राशि उनके बैंक खाते में प्रदान की जाती है.
ये है चयन प्रक्रिया
चयनित विद्यार्थियों को आइडिया के अनुरूप मॉडल तैयार कर जिला/संभाग स्तर पर आयोजित प्रदर्शनी प्रतियोगिता में भाग लेना होता है. यहां प्रतियोगिता में चयनित होने वाले प्रतिभागी राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में हिस्सा लेते हैं. इसमें चयन के बाद NIF के प्रायोजित मेंटरशिप कार्यक्रम, जो राज्य या राज्य के बाहर के NIT या IIT में कराया जाता है, वहां अपने मॉडल के संबंध में जानकारी और उसे अच्छा बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है. मेंटरशिप कार्यक्रम के आवासीय शिविर में विद्यार्थियों के साथ शिक्षक भी शामिल होते हैं. इस कार्यक्रम के तहत प्रतिभागियों को अपने प्रोजेक्ट मॉडल को और अच्छा बनाने और सुधारने के लिए आवश्यकता अनुसार अधिकतम 50 हजार रूपए की राशि प्रदान की जाती है.
राष्ट्रपति के मिलने का मिलता है अवसर
प्रतिभागियों के मेंटरशिप कार्यक्रम के बाद मॉडल प्रोजेक्ट में आवश्यक सुधार कर उसे नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में शामिल किया जाता है. राष्ट्रीय स्तर प्रदर्शनी में चयनित सबसे बेहतर 60 मॉडल प्रोजेक्ट का प्रदर्शन राष्ट्रपति भवन में फेस्टिवल ऑफ इनोवेशन (नवप्रवर्तन) उत्सव में किया जाता है. यहां प्रतिभागियों को राष्ट्रपति के साथ मिलने और चर्चा करने का अवसर प्रदान किया जाता है.
इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रवेश परीक्षा में मिलता है बोनस अंक
राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी के लिए चयनित प्रतिभागियों को देश के कुछ प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के 6 अंक और राष्ट्रीय प्रदर्शनी में पुरस्कार प्राप्त प्रतिभागियों को 10 अंक प्रदान करने का प्रावधान है. इसके साथ ही चयनित विद्यार्थियों को सकुरा अवार्ड स्कीम के तहत जापान भ्रमण पर भेजा जाता है. पिछले सत्र 2019-20 में राज्य से कुल 37 हजार 359 प्रतिभागियों का पंजीयन हुआ था, जिसमें जिला स्तर पर 3 हजार 78 प्रतिभागियों का चयन हुआ. राज्य स्तर पर पंजीकृत 266 प्रतिभागियों में से 248 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रदर्शनी के लिए 27 प्रतिभागी चयनित हुए और पंजीयन में छत्तीसगढ़ राज्य को देश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ.