रायपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर में झीरमघाटी नक्सल हिंसा में मारे गए कांग्रेसियों, जवानों और आम लोगों की याद में बनाए गए शहीद स्मारक को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने का दावा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया (Raman Singh accuses Jhiram Memorial of corruption) है। उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर झीरम मेमोरियल का वीडियो शेयर कर कहा कि यह असंवेदनशीलता और बेशर्मी की पराकाष्ठा है! अभी कुछ दिन पहले ही भूपेश बघेल जी ने भेंट-मुलाकात में जिस झीरम मेमोरियल का लोकार्पण किया था, वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। झीरम घाटी में मारे गये नेताओं का इससे बड़ा अपमान क्या होगा।
कब हुआ था मेमोरियल का उद्घाटन : आपको बता दें कि सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने 25 मई को जगदलपुर के लालबाग मैदान में झीरम हिंसा की 9वीं बरसी पर शहीद मेमोरियल का लोकार्पण (Martyrs Memorial at Lalbagh Maidan Jagdalpur) किया था. शहीदों की याद में यहां 100 फीट ऊंचा तिरंगा फहराया गया. झीरम घाटी के 32 शहीदों की याद में यह मेमोरियल बनाया गया है. झीरम के नेताओं की याद में शहीद मेमोरियल को 34 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.
क्या है रमन सिंह के पोस्ट में : डॉ. रमन (Former Chief Minister Dr. Raman Singh) के पोस्ट किए वीडियो में झीरम मेमोरियल पर कुछ जगहों पर दरारें दिख रही है, जिसे ऊपर से सीमेंट लगाकर ढंका गया है. कुछ जगहों पर सफेद सीमेंट लगाकर मरम्मत का काम होता दिख रहा है. इस पोस्ट के बाद हड़कंप भी मच गया है.
कब हुआ था झीरम हमला : बस्तर के दरभा झीरम घाटी में 25 मई 2013 को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर नक्सलियों ने हमला किया था. इस नक्सल हिंसा में पीसीसी चीफ नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेन्द्र कर्मा, उदय मुदलियार, योगेंद्र शर्मा सहित 32 शहीद हुए थे. शहीदों में जवान और आम आदमी भी थे. शहीदों के बलिदान को याद करते हुए प्रदेश में 25 मई को झीरम घाटी श्रद्धांजलि दिवस मनाया गया था. झीरम घाटी की इस घटना को देश में अब तक का सबसे बड़ा राजनीतिक पार्टी पर हमला माना जाता है.<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">यह असंवेदनशीलता और बेशर्मी की पराकाष्ठा है!<br><br>अभी कुछ दिन पहले ही भूपेश बघेल जी ने भेंट-मुलाकात में जिस झीरम मेमोरियल का लोकार्पण किया था, वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।<br><br>झीरम घाटी में मारे गये नेताओं का इससे बड़ा अपमान क्या होगा। <a href="https://t.co/MogYUfD5WW">pic.twitter.com/MogYUfD5WW</a></p>— Dr Raman Singh (@drramansingh) <a href="https://twitter.com/drramansingh/status/1531590018652839937?ref_src=twsrc%5Etfw">May 31, 2022</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>