रायपुर : राजधानी रायपुर में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए (Challenge in front of Raipur Police) हैं. हर दो-तीन दिन में हत्या की वारदात सामने आ रही है. शुक्रवार की देर रात कैटरीन संचालक के पुत्र की हत्या कर दी गई है. अज्ञात बदमाशों ने मृतक जय बिहारी पर कैंची से वार कर मौत के घाट उतार दिया. पिछले 8 दिन में जिले में 5 हत्या हुई है. बढ़ते अपराध को लेकर भाजपा ने सरकार पर हमला बोला है. बीजेपी नेता श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि ''राजधानी रायपुर की कानून व्यवस्था ध्वस्त है और सरकार राजनीति में व्यस्त हैं. छत्तीसगढ़ को अपराधगढ़ और राजधानी को अपराधधानी बना दिया है. रायपुर में बीच शहर में हर रोज बड़ी-बड़ी अपराधिक घटनाओं की बाढ़ आ गई(BJP question about the law) है.''
8 दिन में पांचवा मर्डर : सिविल लाइन इलाके में हत्या के पहले बीते 8 दिन में 4 हत्या हुई (murder in raipur)है. पहला मामला अभनपुर थाना क्षेत्र का है, जहां गातापार के रहने वाले निगरानी बदमाश हरीश यादव की हत्या कर दी गई थी. हरीश को उसी इलाके के बदमाश राजू बंजारे ने पुरानी रंजिश के चलते चाकू मार हत्या कर दी थी. दूसरी घटना भी अभनपुर थाना क्षेत्र में ही घटी है, जहां एक किराना व्यापारी को घर में घुसकर रॉड मार कर हत्या कर दी. इस मामले का आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.इस घटना के एक दिन पहले ही इसी थाना क्षेत्र में एक प्रेमी ने अपने प्रेमिका की हत्या कर दी थी. दो दिन पहले टिकरापारा के सन्तोषी नगर इलाके में दो आरोपियों ने सरेराह एक युवक की चाकू मारकर हत्या की. हालांकि इस मामले के आरोपी पकड़े गए हैं.
क्या कहते हैं अफसर : इस मामले को लेकर सिविल लाइन सीएसपी वीरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि ''देर रात गोवर्धन चौक के पास हत्या हुई है. तीन आरोपियों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस ने राहुल यादव और दीपू नेताम को हिरासत में ले लिया है. वहीं एक अन्य आरोपी राधेश्याम श्रीवास्तव उर्फ बाबा फरार है. जिसकी तलाश की जा रही है.''
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बीजेपी ने सरकार को घेरा : बढ़ते अपराध को लेकर भाजपा ने सरकार को आड़े हाथों में लिया है. भाजपा नेता श्रीचंद सुंदरानी ने आरोप लगाया कि ''सरकार से प्रदेश संभल नहीं रहा और मुख्यमंत्री जी दूसरे राज्य में कांग्रेस का ठेका ले रहे हैं. वही ताम्रध्वज साहू केवल गृह मंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं. कानून व्यवस्था पर न तो उनका कोई नियंत्रण दिख रहा है ना ही इच्छा शक्ति. या तो वह सिर्फ नाम के गृह मंत्री हैं उनके पास कोई निर्णायक अधिकार नहीं है या उन्हें यह जिम्मेदारी रास नहीं आ (Raipur is becoming a stronghold of criminals )रही है.''