राजधानी रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद 26 साल के विचाराधीन कैदी की शुक्रवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. जेल प्रशासन ने बताया कि मृतक विचाराधीन कैदी का नाम प्रदीप चौधरी है. जो उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के धूमनगंज का रहने वाला था. मृतक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में अप्रैल 2020 से रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद था. शुक्रवार सुबह लगभग 30 मिनट तक व्यायाम करने के बाद विचाराधीन कैदी प्रदीप चौधरी को सीने में दर्द की शिकायत हुई. जिसके बाद उसे जेल अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान विचाराधीन कैदी की मौत हो गई. प्रथम दृष्टया जांच से पता चला है कि विचाराधीन कैदी की मृत्यु हृदय संबंधी समस्या के कारण हुई है. मृतक विचाराधीन कैदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. मौत के सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.
एक्सरसाइज के बाद सीने में हुई शिकायत: जेल अधीक्षक उत्तम पटेल (Jail Superintendent Uttam Patel) ने बताया "विचाराधीन कैदी प्रदीप चौधरी रोजाना सुबह के समय लगभग 1 घंटे तक व्यायाम करता था. उसे बॉडी बनाने का शौक था. शुक्रवार की सुबह लगभग 7:00 बजे वह एक्सरसाइज कर रहा था. आधे घंटे के बाद उसने सीने में दर्द होने की जानकारी जेल प्रशासन को दी. जिसके बाद जेल प्रशासन ने उसे जेल के अस्पताल में जांच के लिए भेजा. डॉक्टर ने दर्द का इंजेक्शन दिया. जिसके बाद वह अस्पताल में ही लेटा रहा और बाद में उसकी मौत हो गई. "
रायपुर में ट्रक ड्राइवर की हत्या
मंगलवार को कैदी ने की थी खुदकुशी: इससे पहले 9 अगस्त मंगलवार के दिन रायपुर के सेंट्रल जेल में एक कैदी ने खुदकुशी कर ली थी. अपने ही शर्ट को फंदा बनाकर कैदी ने जान दे दी थी. यह घटना जेल के अस्पताल वार्ड में हुई थी. मानसिक रूप से परेशान कैदी का पिछले कुछ समय से इलाज चल रहा था. आत्महत्या करने वाले कैदी का नाम महेंद्र जायसवाल था. जो मानसिक रूप से बीमार था. जिसे इलाज के लिए जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. साल 2018 में महेंद्र जायसवाल को रायपुर के सेंट्रल जेल लाया गया था. आत्महत्या करने वाला महेंद्र जायसवाल हत्या के प्रयास के मामले में दोषी पाया गया था. उसे अदालत ने 14 साल की सजा दी थी और वह रायपुर सेंट्रल जेल में रहकर अपनी सजा काट रहा था.