रायपुर: राजधानी सहित पूरे देश में 26 सितंबर से शारदीय नवरात्र का पावन पर्व शुरू होने जा रहा है जो 5 अक्टूबर तक रहेगा. शारदीय नवरात्र को लेकर राजधानी के देवी मंदिरों में महीने भर पहले से ही तैयारियां (Preparations begin in Devi temples for Shardiya Navratri) शुरू कर दी गई है. नवरात्र पर्व को लेकर मंदिर ट्रस्ट के द्वारा मंदिरों की साफ सफाई रंग रोगन तांबे के कलश की साफ सफाई का काम और मिट्टी के नये कलश मंगाए गए हैं. कई देवी मंदिरों में मिट्टी के कलश में ज्योति प्रज्वलित की जाती है. कुछ देवी मंदिरों में तांबे के पात्र में ज्योति प्रज्वलित होती है. तेल के दाम में वृद्धि होने के कारण काली मंदिर में ज्योति कलश के दाम में 200 रुपए की बढ़ोतरी की गई है.Navratri 2022
नवरात्रि पर्व को लेकर देवी मंदिरों में जोर शोर से की जा रही है तैयारियां: देवी मंदिरों के पंडित पुजारियों ने बताया कि "शारदीय नवरात्र का पावन पर्व 26 सितंबर से 5 अक्टूबर तक मनाया जाएगा. देवी मंदिरों में नवरात्रि पर्व को लेकर महीने भर पहले से ही नवरात्रि को देखते हुए तमाम तरह की तैयारियां की जा रही है. ज्योति कलश के लिए भी रसीद काटने के लिए अलग से काउंटर की व्यवस्था की गई है. जहां पर भक्तजन ज्योति कलश की रसीद प्राप्त कर रहे हैं. राजधानी के दंतेश्वरी मंदिर और मां महामाया मंदिर में ज्योति कलश की राशि में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. लेकिन मां काली मंदिर में जलाए जाने वाले ज्योति कलश की राशि में 200 रुपये की वृद्धि की गई है."
यह भी पढ़ें: 2023 में बनेगी कांग्रेस की सरकार, पार्टी में नहीं होगा कोई परिवर्तन : पीएल पुनिया
कोरोना की वजह से 2 सालों तक ज्योति कलश की संख्या थी कम: हर साल की तरह इस साल भी राजधानी के सभी देवी मंदिरों में मनोकामना जोत प्रज्वलित किए जाएंगे. शीतला मंदिर, महामाया मंदिर, काली मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर, बंजारी मंदिर, कंकाली मंदिर और ऐसे कई देवी मंदिर है. जहां पर इस साल ज्योति कलश प्रज्वलित होंगे. बीते 2 सालों तक कोरोना की वजह से ज्योति कलश की संख्या कम होने के साथ ही भक्तों में भी उत्साह नहीं था. लेकिन इस बार लोगों में उत्साह और ज्योति कलश की संख्या में वृद्धि होगी.
देवी मंदिरों में ज्योति प्रज्वलित करने की राशि: राजधानी के दंतेश्वरी मंदिर में पिछले साल तेल से जलने वाले ज्योति कलश की कीमत 700 रुपए थी. जो इस साल भी 700 रुपए ही ज्योति कलश की राशि ली जा रही है. दंतेश्वरी मंदिर में अधिकतम मनोकामना जोत 1500 तक प्रज्वलित किए जाते हैं. राजधानी के सिद्ध पीठ मां महामाया मंदिर में पिछले साल ज्योति कलश की राशि 700 रुपए थी. इस साल भी 700 रुपए ही ज्योति कलश की राशि ली जा रही है. सिद्ध पीठ मां महामाया मंदिर में अधिकतम मनोकामना जोत 11,000 तक प्रज्वलित किए जाते हैं. राजधानी के आकाशवाणी स्थित मां काली मंदिर में पिछले साल तेल से जलने वाले ज्योति कलश की राशि 700 रुपए थी. जो इस साल बढ़ाकर 900 रुपए कर दी गई है. इसके साथ ही यहां पर घी से भी ज्योति प्रज्वलित की जाती है. जिसकी राशि 2100 रुपये रखी गई है. राजधानी के मां काली मंदिर में अधिकतम मनोकामना ज्योति 5500 तक प्रज्वलित किए जाते हैं.