रायपुरः एक तरफ जहां पूरे देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (New Variants Omicron) को लेकर दहशत फैली हुई है वहीं छत्तीसगढ़ के लिए काफी राहत की बात है कि स्थिति कंट्रोल में है. हाल में अच्छी बात यह सामने आई है कि विदेश से आए कोरोना संक्रमित (corona infected from abroad) छह लोगों में से दो की रिपोर्ट ओमीक्रोन नेगेटिव है. इनकी सैंपलों की जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा गया था.
छत्तीसगढ़ में नए वेरिएंट ओमिक्रोन का अभी तक कोई भी मरीज सामने नहीं आया है. राज्य में 27 नवंबर से 18 दिसंबर तक 1000 से ज्यादा लोग विदेश से आ चुके हैं. इनमें से 6 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. सभी के सैंपलों को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है. 2 सैंपल की जांच रिपोर्ट आ गई है. उसमें ओमिक्रोन की पुष्टि नहीं हुई है. विदेश से आए बाकी लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है.
छत्तीसगढ़ में होम क्वॉरेंटाइन (home quarantine in chhattisgarh) के लोगों पर नजर रखी जा रही है. पिछले कुछ दिनों की आंकड़ों पर नजर डालें तो कोरोना संक्रमण नियंत्रण पर अभी तक स्वास्थ्य विभाग की मजबूत पकड़ है. नतीजा मिलने वाले मरीजों की संख्या जहां स्थिर है वहीं हाल के दिनों में यह संख्य घटते क्रम में भी सामने आ रहा है. देखा जाय तो हाल के दिनों में प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या में भी गिरावट है.
छत्तीसगढ़ में एक सप्ताह में सामने आए कोरोना संक्रमण के नए मरीज
डेट | नए संक्रमित | एक्टिव मरीज |
14 दिसंबर | 20 | 363 |
15 दिसंबर | 31 | 353 |
16 दिसंबर | 32 | 359 |
17 दिसंबर | 20 | 339 |
18 दिसंबर | 31 | 342 |
19 दिसंबर | 21 | 332 |
20 दिसंबर | 13 | 304 |
इन जिलों में बढ़ रही संक्रमितों की संख्या
एक दिन पहले यानी 20 दिसंबर को प्रदेश में 13 संक्रमित नए मरीजों की पुष्टि हुई. प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव मरीज रायगढ़ में 74 हैं. इसके बाद दुर्ग में 43, रायपुर में 36 एवं बिलासपुर में 31 संक्रमित मरीज हैं.
विदेश से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर
ओमीक्रोन को लेकर केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने ही गाइडलाइन जारी किया है. कहा गया है कि विदेश से आने वाले सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट एयरपोर्ट पर किया जाए. इसके अनुपालन में स्वास्थ्य विभाग, एयरपोर्ट अथॉरिटी एवं प्रशासन हरकत में है. बाहर से आने वाले यात्रियों को 7 दिन के लिए होम क्वॉरेंटाइन में रहना होगा. अगर कोई व्यक्ति एयरपोर्ट पर पॉजिटिव मिलता है तो उसके सैंपल को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा जा रहा है. होम क्वॉरेंटाइन में रह रहे लोगों की निगरानी की जा रही है.
ज्यादा है फैलाव की क्षमता
डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन कोरोना के दूसरे वेरिएंट जैसा खतरनाक नहीं है. दूसरी लहर में डेल्टा प्लस वेरिएंट ने पूरे देश में तबाही मचाई थी. लेकिन यह नया वेरिएंट उतना खतरनाक नहीं है. हालांकि इसके फैलाव की क्षमता बाकी सभी वेरिएंट से ज्यादा है. यह ज्यादा सीवियर नहीं है. वहीं, जिन्होंने दोनों वैक्सीन लगा ली है वह बाकियों से ज्यादा सेफ हैं. बच्चों को लेकर थोड़ी चिंता है, लेकिन बच्चे अभी ग्रोइंग एज में हैं. इस वजह से उनकी इम्यूनिटी ज्यादा स्ट्रांग है.