रायपुर: नवा रायपुर प्रभावित किसानों (Nava raipur effective farmers) ने मृत किसान सियाराम पटेल के शव को लेकर शनिवार को श्मशान घाट में धरना प्रदर्शन किया. जिसके बाद प्रशासन ने किसानों की मांगें मान ली. प्रशासन से मिले आश्वासन के बाद किसान का अंतिम संस्कार किया गया. इसके तहत मृत किसान के परिवार को चार लाख रुपये तत्काल मुआवजा देने की बात भी शामिल है. इसके अलावा परिवार के एक शख्स को योग्यता अनुसार नौकरी भी दी जाएगी. जिला प्रशासन की तरफ से अर्जित भूमि की मुआवजा राशि 7 दिन के भीतर दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके संबंध में अनुविभागीय अधिकारी आरंग ने पीड़ित पक्ष को लिखित आश्वासन दिया है. जिसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया.नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति (Kisaan kalyan samiti) ने पीड़ित किसान परिवार को राज्य सरकार से 50 लाख रुपये मुआवजा राशि प्रदान करने की मांग की है.
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27 गांव के किसान कर रहे प्रदर्शन
समिति के अध्यक्ष रूपन लाल चंद्राकर ने बताया कि "नवा रायपुर के प्रभावित 27 गांव के किसान परिवारों द्वारा यहां आंदोलन किया जा रहा है. क्षेत्र में तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. ग्रामीण एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि "शनिवार को किसानों के गुस्से को देखते हुए 800 की संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे.ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार किया है"
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किसानों का आंदोलन जारी
आपको बता दें कि, किसान आंदोलन शनिवार को 69 दिन भी जारी रहा.किसान बीते 7 दिनों से क्रमिक भूख हड़ताल (gradual hunger strike) भी कर रहे हैं.आंदोलन स्थल पर स्वर्गीय सियाराम पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है.बड़ी संख्या में अभी भी आंदोलनकारी प्रदर्शन स्थल पर जुटे हैं. किसानों का आंदोलन बीते 70 दिनों से जारी है. सियाराम पटेल की मौत मामले में मजिस्ट्रियल जांच भी पूरी हो गई है. जांच रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी गई है.
प्रशासन से आश्वासन के बाद किसान सियाराम पटेल का हुआ अंतिम संस्कार, मजिस्ट्रियल जांच हुई पूरी
नवा रायपुर में किसान आंदोलन 70वें दिन भी जारी है. यहां शुक्रवार को एक किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. प्रशासन से मिले आश्वासन के बाद मृत किसान का नवा रायपुर में अंतिम संस्कार किया गया. इस मामले में प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे. जिसकी जांच भी पूरी हो गई है.
रायपुर: नवा रायपुर प्रभावित किसानों (Nava raipur effective farmers) ने मृत किसान सियाराम पटेल के शव को लेकर शनिवार को श्मशान घाट में धरना प्रदर्शन किया. जिसके बाद प्रशासन ने किसानों की मांगें मान ली. प्रशासन से मिले आश्वासन के बाद किसान का अंतिम संस्कार किया गया. इसके तहत मृत किसान के परिवार को चार लाख रुपये तत्काल मुआवजा देने की बात भी शामिल है. इसके अलावा परिवार के एक शख्स को योग्यता अनुसार नौकरी भी दी जाएगी. जिला प्रशासन की तरफ से अर्जित भूमि की मुआवजा राशि 7 दिन के भीतर दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके संबंध में अनुविभागीय अधिकारी आरंग ने पीड़ित पक्ष को लिखित आश्वासन दिया है. जिसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया.नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति (Kisaan kalyan samiti) ने पीड़ित किसान परिवार को राज्य सरकार से 50 लाख रुपये मुआवजा राशि प्रदान करने की मांग की है.
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27 गांव के किसान कर रहे प्रदर्शन
समिति के अध्यक्ष रूपन लाल चंद्राकर ने बताया कि "नवा रायपुर के प्रभावित 27 गांव के किसान परिवारों द्वारा यहां आंदोलन किया जा रहा है. क्षेत्र में तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. ग्रामीण एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि "शनिवार को किसानों के गुस्से को देखते हुए 800 की संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे.ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार किया है"
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किसानों का आंदोलन जारी
आपको बता दें कि, किसान आंदोलन शनिवार को 69 दिन भी जारी रहा.किसान बीते 7 दिनों से क्रमिक भूख हड़ताल (gradual hunger strike) भी कर रहे हैं.आंदोलन स्थल पर स्वर्गीय सियाराम पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है.बड़ी संख्या में अभी भी आंदोलनकारी प्रदर्शन स्थल पर जुटे हैं. किसानों का आंदोलन बीते 70 दिनों से जारी है. सियाराम पटेल की मौत मामले में मजिस्ट्रियल जांच भी पूरी हो गई है. जांच रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी गई है.