रायपुर : कोरोना संक्रमण के बीच इन दिनों सोशल मीडिया पर कई तरह के मैसेज वायरल हो रहे हैं. इस मैसेज को सच समझकर लोग घर पर ही इलाज या बचाव की कोशिश कर रहे हैं. इस दौरान उन्हें कई अन्य प्रकार की समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है. इन मैसेज की सत्यता की जांच के लिए ETV भारत ने एक्सपर्ट डॉक्टरों से इस विषय पर चर्चा की. इन मैसेज में कितनी सच्चाई है, इस पर एक नजर डालते हैं.
वायरल मैसेज-1
क्या घर में स्टीम लेकर और काढ़ा पीकर कोरोना वायरस से जंग जीती जा सकती है?
पड़ताल- कोरोना का इलाज कर रहे डॉक्टर दीपक जायसवाल का कहना है कि काढ़ा और स्टीम से कोरोना वायरस से जंग जीत सकते हैं, ऐसे मैसेज कई दिनों से वायरल हो रहे हैं. काढ़ा एक तरह का सप्लीमेंट है. कोविड-19 एक वायरस है. यह हमारे फेफड़ों समेत शरीर के अन्य ऑर्गन्स को नुकसान पहुंचा रहा है. इसकी वजह से लोग निमोनिया जैसी बीमारी का भी शिकार बन रहे हैं. काढ़ा पीने से मना नहीं किया जा सकता. काढ़ा आपका इम्यून सिस्टम थोड़ा बढ़ा सकते हैं, लेकिन ये सोचना कि पूरी तरह से काढ़ा पीकर कोरोना वायरस से ठीक हो जाएं, तो यह संभव नहीं है. ज्यादा काढ़ा के सेवन करने से पेट में जलन के केस सामने आ रहे हैं. काढ़ा लें, लेकिन एक निश्चित मात्रा में लें. स्टीम लेना फायदेमंद है, लेकिन अत्यधिक मात्रा में स्टीम लेने से हमारे नेजल इंडो थिलीयन डैमेज हो सकते हैं और भी चेंजेज़ हो सकते हैं. भाप अत्यधिक मात्रा में जरूरत से ज्यादा नहीं लेना चाहिए. ऐसा कहीं भी रिसर्च में सामने नहीं आया है कि हम काढ़ा और स्टीम लेने से कोरोना से जंग जीत सकते हैं.
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वायरल मैसेज-2
कपूर और दालचीनी की पोटली बनाकर उसे सूंघने से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है?
पड़ताल- डॉक्टर ने बताया कि अगर यह सत्य ही होता, तो हमारे देश में पिछले 15 दिनों से लोग ऑक्सीजन की कमी से जूझ नहीं रहे होते. कपूर सूंघने से रेस्पिरेट्री सिस्टम से हमारा ऑक्सीजन लेवल बढ़ जाए, इसका कोई भी साइंटिफिक प्रूफ नहीं है. यह बात सच होती, तो लोगों को इतनी समस्याएं नहीं होतीं. प्रॉपर मेडिकेटेड और साइंटिफिक चीजों को हमें फॉलो करना है. अगर हमें कोविड हो गया है, तो हमें इलाज कराना है. अगर आप एसिंप्टोमैटिक हैं, तो घर में रहकर होम आइसोलेशन में इलाज करवाएं. इस बीच अगर आपका ऑक्सीजन सैचुरेशन कम है, तो अपने आसपास के अस्पताल में जाकर एडमिट हो जाएं.
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वायरल मैसेज-3
अविवाहित लोगों को वैक्सीन नहीं लगाना है, इससे बांझपन की समस्या हो सकती है?
पड़ताल- वैक्सीनेशन के संबंध में कई तरह की बातें इन दिनों वायरल हो रही है. इस पर डॉक्टर मनीष का कहना है कि इस बात में थोड़ी-सी भी सच्चाई नहीं है. भारत सरकार ने बताया है कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है. कई तरह की जांच से गुजरने के बाद वैक्सीन को अप्रूव किया जाता है. यह कोरोना संक्रमण से लड़ने का एकमात्र और सबसे असरदार उपाय है. वैक्सीनेशन से बांझपन नहीं आता है.
वायरल मैसेज-4
फिटकरी का पानी और नाक में नींबू का रस डालने से कोरोना वायरस ठीक हो रहा है?
पड़ताल- इस वायरल मैसेज पर डॉक्टर ने बताया कि इस तरह के किसी प्रकार के तथ्य प्रमाणित नहीं हुए हैं. यह लोगों के मन का भ्रम है कि नींबू का रस निचोड़ने से कोरोना नहीं होगा. इन दिनों जो मैसेज वायरल हो रहे हैं, उनमें कोई सत्यता नहीं है. कोरोना वायरस के लक्षण नजर आने पर आप तुरंत डॉक्टर की सलाह लें. इस तरह का कोई भी उपाय ट्राय करके खुद को नुकसान न पहुंचाएं. सेल्फ मेडिकेशन से बचें. पहले डॉक्टर की सलाह लें और उसके बाद ही इलाज करें.