कब है दीपावली : इस बार अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर को (kab hai diwali 2022 ) है. लेकिन, 25 तारीख को अमावस्या तिथि प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो जा रही है और 24 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि मौजूद रहेगी. उसी दिन निशित काल में भी अमावस्या तिथि (kartik amavasya ) रहेगी. इसलिए 24 अक्टूबर को ही सर्वमान्य रूप से पूरे देश में दीपावली का पर्व मनाया जाएगा. ज्योतिष विधि विधान के अनुसार, संयोग कुछ ऐसा बना है कि नरक चतुर्दशी जिसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है वो भी इसी दिन (deepawali festival date 2022 ) है.
कैसा रहेगा दीपावली में तिथियों का संयोग : रविवार के दिन त्रयोदशी तिथि शाम 6 बजकर 04 मिनट तक रहेगी. उसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी. 24 तारीख को शाम 5 बजकर 28 मिनट पर चतुर्दशी तिथि समाप्त होगी और अमावस्या तिथि आरंभ होगी. अमावस्या तिथि 25 तारीख को शाम 4 बजकर 19 मिनट तक (diwali muhurt 2022 ) रहेगी.
क्या है दीपावली का महत्व : दीपावली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री राम ने लंकापति रावण पर विजय प्राप्त की थी. इसी दिन वो 14 साल का वनवास पूरा कर अयोध्या वापस लौटे थे. भगवान राम के वापस आने के खुशी में प्रकाश का पर्व दीपावली मनाया गया.कहा जाता है कि जब भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता अयोध्या आए थे तो उनका स्वागत लोगों ने दीप जलाकर किया था. दीपावली मिलन का त्योहार है इस दिन सभी लोग एक दूसरे के घर जाते हैं और मिठाई बांटते हैं.