रायपुर :छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले अनियमित कर्मचारियों ने एक दिवसीय प्रदर्शन (Irregular employees mobilized against the government) किया. इस प्रदर्शन का नाम चेतावनी सभा (warning meeting in raipur) रखा गया था. अनियमित कर्मचारियों का कहना है कि ''कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था. सरकार को 4 साल बीतने को है.बावजूद इसके आज तक उन्हें नियमितीकरण नहीं मिल पाई है. अनियमित कर्मचारियों में सरकार के खिलाफ जमकर गुस्सा और आक्रोश देखने को मिला.''
1 . समस्त अनियमित कर्मचारी अधिकारियों को नियमित किया जाए
2 . पिछले कुछ सालों में निकाले और छटनी किए गए अनियमित कर्मचारियों को पुनः बहाल किया जाए और छटनी पर रोक लगाई जाए
3 . शासकीय सेवाओं में आउटसोर्सिंग ठेका प्रथा को पूर्णता समाप्त कर कर्मचारियों का समायोजन किया जाए
4 . अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्णकालिक किया जाए
5 . 15 अनियमित कर्मचारियों के खिलाफ कोर्ट में चल रहे केस को वापस लिया जाए
अनिश्चितकालीन आंदोलन की धमकी : राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल (Raipur Budha Talab picket site)पर शुक्रवार को छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले प्रदेशभर के सैकड़ों अनियमित कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी देने के लिए चेतावनी सभा का आयोजन किया (Indefinite movement threat) था. अगर सरकार इसके बाद भी इनकी मांगों पर विचार नहीं करती है तो 54 विभागों में काम करने वाले हजारों अनियमित कर्मचारी 1 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.
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क्या हुआ था वादा : प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कांग्रेसी सरकार ने वादा किया था कि ''सरकार बनते ही उन्हें नियमित कर दिया जाएगा. लेकिन सरकार को बने लगभग 4 साल पूरे होने वाले हैं. बावजूद इनकी मांगों पर कांग्रेस सरकार के द्वारा अब तक कोई पहल नहीं की गई है. जिसके कारण प्रदर्शनकारियों में सरकार के खिलाफ जमकर नाराजगी भी देखने को मिल रही है.''