रायपुरः अतिथि व्याख्याता संघ (Guest Lecturer Association) ने 3 सूत्रीय मांगों को लेकर आज राजधानी के बूढ़ा तालाब पर प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन (State Wide Protest) किया. प्रदेश के अलग-अलग जिलों से इस प्रदर्शन में 400 से अधिक अतिथि व्याख्याता पहुंचे. ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि सरकार द्वारा अतिथि व्याख्याताओं के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है.
बताया कि आज अन्य राज्यों में अतिथि व्याख्याताओं को यूजीसी मापदंड (UGC norms) अनुसार भुगतान हो रहा है लेकिन छत्तीसगढ़ में अतिथि व्याख्याताओं (Guest Lecturer) को प्रतिदिन 800 रुपए के आधार पर सितंबर से फरवरी माह तक की सेवा में रखा जाता है. वहीं, शासकीय अवकाश (Government Holiday) के दिन भी वेतन काट लिया जाता है.
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अतिथि व्याख्याताओं ने करवाया मुंडन
3 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे अतिथि व्याख्याताओं में से आज 20 से अधिक लोगों ने अपना मुंडन (Shaving) करवाते हुए सरकार की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगे जल्द पूरी नहीं करेगी तो आने वाले दिनों में विधानसभा का घेराव (Siege Of Assembly) किया जाएगा.
एक पीरियड का 200 रुपए मानदेय
अतिथि व्याख्याता ने बताया कि कॉलेज में एक पीरियड (A Period In College) पढ़ाने पर 200 रुपए मानदेय दिया जाता है. जब कि यूजीसी के मानदेय अलग-अलग हैं. अन्य राज्यों में अतिथि शिक्षकों को एकमुश्त वेतन मिलता है लेकिन छत्तीसगढ़ में एकमुश्त वेतन नहीं दिया जाता. इसके अलावा शासकीय छुट्टी और अवकाश के दिनों में भी वेतन काट दिया जाता है. उनकी प्रमुख मांगों में अविलंब नियुक्ति के साथ 11 माह की पूर्ण कालिक अवधि, एकमुश्त मासिक वेतनमान , स्थानांतरण से सुरक्षा 65 वर्षों तक की स्थाई नौकरी आदि शामिल रहा.