रायपुर: छत्तीसगढ़ अपने मनमोहक पर्यटन स्थलों के लिए मशहूर है. देश-विदेश से लोग यहां की मन मोह लेने वाली खूबसूरती के साथ ही यहां की संस्कृति और सभ्यता से रूबरू होने आते हैं, लेकिन पर्यटन को लेकर सुविधाओं की कमी, यातायात और ठहरने की व्यवस्थाओं के अभाव में पर्यटकों को खासी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है.
पर्यटन स्थलों पर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए अब प्रदेश कांग्रेस सरकार ने कमर कस ली है. पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने इस मुद्दे को लेकर ETV भारत से कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने पर्यटन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली थी. जिसमें सभी को प्रदेश के पर्यटन क्षेत्रों के दौरे करने के निर्देश भी दिए थे. साहू बताते हैं कि प्रदेश में पर्यटन के बहुत संभावनाएं है. इससे प्रदेश की अच्छी आय भी हो सकती है.
तैयार करें एस्टीमेट
मंत्री साहू ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को सभी पर्यटन क्षेत्रों का इंजिनियर के साथ मिलकर दौरा करने के निर्देश दिए हैं. ताकी इन इलाकों के विकास कार्यों के लिए एक एस्टीमेटम उस समय ही तैयार किया जा सके. पर्यटन क्षेत्रों में सड़क, पानी के साथ ही ठहरने की उचित व्यवस्थाओं पर भी ध्यान दिया जाएगा.
पीपीपी मॉडल की सोंच
ताम्रध्वज साहू बताते हैं कि प्रदेश के पर्यटक स्थलों के विकास और देखभाल के लिए सरकार पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरेशिप) की ओर भी सोच रही है. साहू कहते हैं कि सरकारी काम में शिकायतें ज्यादा मिलती हैं. इसलिए कुछ जगहों पर पीपीपी मॉडल लागू किया जा सकता है. सरकार बातचीत के बाद ही इस मामले में निर्णय लेगी.