रायपुर: राजधानी में लगातार कोरोना संक्रमण से मौत के केस बढ़े हैं. ऐसे में शव के अंतिम संस्कार को लेकर परेशानियां सामने आ रही है. अंतिम संस्कार में स्थानों को हो रही दिक्कत को लेकर मारवाड़ी श्मशान घाट के पास लंबे समय से बंद पड़े गैसीय दाहगृह को जल्द शुरू किया जाएगा.
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नगर निगम महापौर एजाज ढेबर ने इसे जल्द शुरू करने का आदेश दिया है. इसके शुरू होने से लगातार राजधानी में कोरोना से होने वाली मौत के अंतिम संस्कार में आने वाली दिक्कतों को दूर करने में मदद मिलेगी.शनिवार को मेयर एजाज ढेबर ने श्मशान घाट का निरीक्षण किया. महापौर ने इसे जल्द शुरू करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं. अंतिम संस्कार के दौरान परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इस बात का खास ध्यान रखने कहा गया है.
गैस का इंतजाम शासन स्तर पर
शवदाह गृह का संचालन सामाजिक संस्था को दिया जाएगा. साथ ही शवदाह करने के लिए लगने वाली गैस का इंतजाम शासन स्तर पर किया जाएगा. इन सभी कामों की निगरानी रखने जोन-4 के कमिश्नर को जिम्मेदारी दी गई है.
शव को दफनाए जाने को लेकर विवाद
छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर कोरोना संक्रमित मरीजों के शव को दफनाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो रहा है. कई इलाकों में रहवासी इसका विरोध करते आ रहे हैं. हालांकि निगम ने संक्रमित शव को दफनाने के लिए श्मशान घाट में ही अलग जगह पर फेंसिंग कर रखी है और किसी को भी उसके अंदर आने से मना किया है.