गरियाबंद : रायगढ़ जिले के एक परिवार में 17 साल बाद खुशियां लौटी है. रायगढ़ के कोसीर में रहने वाले परिवार को लंबे समय बाद उनका बेटा मिला है. 17 साल पहले साल 2005 में घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण युवक बिरजू उर्फ दाऊ सोनी ने अपना घर छोड़ दिया था. जब गरियाबंद की देवभोग पुलिस (Gariaband Devbhog Police) ने कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत जिले में किराएदारों की सूची बनानी शुरू की तो मामला सामने आया. बिरजू ने अपने वैरिफिकेशन में असली पता और देवभोग में रहने की वजह पुलिस को बताई.
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अमीर बनने के लिए छोड़ा था घर : विरजू अमीर बनने का सपना लेकर घर से निकला था. लेकिन वक्त ने उसे असलियत समझा दी. लिहाजा वो गरियाबंद के देवभोग में किराए का मकान लेकर रहने लगा. बिरजू देवभोग में ही पेंटिंग का काम करके जीवन गुजारने लगा. जब पुलिस वेरिफिकेशन हुआ तो पता चला कि बिरजू उर्फ दाऊ 17 साल पहले अपने घर से भागा है.
कोसीर पुलिस ने दी खुशखबरी : रायगढ़ की कोसीर पुलिस (Kosir Police of Raigarh) ने बिरजू के परिवार को इसकी सूचना दी. बेटे की सूचना पाकर परिवार अब काफी खुश है. कोरोना काल के बाद उन्हें ये लगने लगा था कि बिरजू कभी घर वापस नहीं आएगा. अब बिरजू का परिवार और दोस्त उसकी घर वापसी से एक नई शुरुआत की बात कह रहे (Gariaband police reunite the separated son ) हैं.