रायपुरः सिविल लाइन थाना अंतर्गत राजधानी में एक बार फिर आरोपी के हिरासत से फरार होने का मामला सामने आया है. परंतु इस बार आरोपी पुलिस की नहीं बल्कि DRI (राजस्व खुफिया निदेशालय) के अफसरों की हिरासत से भाग खड़ा होने में सफल हुआ है. गरियाबंद से 833 किलो गांजा की तस्करी करते 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर रायपुर लाया गया था. बुधवार को अफसरों को चकमा दे कर आरोपी वाहन चालक बंडारी चंद्रशेखर फरार हो गया.
गरियाबंद से 833 किलो गांजा की तस्करी करते 2 आरोपियों को DRI की टीम ने गिरफ्तार किया था. बाद में अग्रिम कार्रवाई के लिए रायपुर स्थित पंचशील नगर के कार्यालय में लाया गया था. जहां से एक आरोपी वाहन चालक बंडारी चंद्रशेखर फरार हो गया. इसकी सूचना तत्काल सिविल लाइन कंट्रोल रूम को देने पर पुलिस द्वारा आरोपी की पतासाजी की गई, लेकिन आरोपी भागने में सफल रहा. पुलिस ने बताया कि आरोपी वाहन चालक व उसके साथी को DRI ने आंध्रप्रदेश की एक गाड़ी में 833 किलो गांजा की तस्करी करते हुए गरियाबंद से पकड़ा था. आरोपी की फोटो सहित पहचान पत्र के आधार पर उसकी तलाश में टीमें जुटी हुई हैं. सिविल लाइन थाना प्रभारी (civil line police station) सत्य प्रकाश ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन थाना में अपराध दर्ज (crime registered) कर लिया गया है.
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गरियाबंद में पकड़ा जा चुका डेढ़ करोड़ से ज्यादा कीमती गांजे का खेप
छत्तीसगढ़ में राजस्व खुफिया निदेशालय ने गरियाबंद से डेढ़ करोड़ से ज्यादा के गांजे की खेप पकड़ी है. इस गांजे की कीमत 1 करोड़ 70 लाख रुपये बताई जा रही है. DRI ने 833 किलो गांजे के साथ 2 लोगों को गिरफ्तार किया है लेकिन इस मामले का एक आरोपी भागने में कामयाब हो गया. DRI ने तस्करी के दौरान उपयोग में लाई गई गाड़ी को भी कब्जे में ले लिया है. तस्करों की पहचान बंडारी चंद्रशेखर और भूपेंद्र सिंह के रुप में हुई है. दोनों आरोपियों को गरियाबंद से रायपुर ऑफिस लाया गया था.