रायपुर: गणेश पूजा का त्यौहार इस साल पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. पिछला 2 साल कोरोना के वजह से त्योहारों पर लोगों के चेहरों पर मायूसी थी. लेकिन इस बार तीज त्यौहार को लेकर लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहट नजर आ रही है. गणेश उत्सव के मौके पर रायपुर के गुढ़ियारी में 10 हजार स्क्वायर फीट में भव्य गणेश पंडाल लगाया जा रहा है. गणेश पूजा समिति सदस्यों का कहना है कि करीबन 105 साल से गुढ़ियारी क्षेत्र में गणेश पूजा धूमधाम से मनाई जाती है। गुढ़ियारी में बनाए जाने वाले गणेश पंडाल और यहां की आरती देखने के लिए पूरे छत्तीसगढ़ से लोग यहां जुटते हैं। Ganesh Chaturthi 2022 History and Culture
105 साल से गुढ़ियारी में मनाया जाता है गणेश पूजा: गणेश पूजा समिति सदस्य राकेश दुग्गल ने बताया " रायपुर के गुढ़ियारी में करीबन 105 साल से गणेश उत्सव मनाया जाता है. इस बार हम कुछ इस तरह का भव्य पंडाल बना रहे हैं. जिसमें श्रद्धालु रामेश्वरम धाम, बद्रीनाथ धाम, द्वारिका धाम और जगन्नाथ धाम के प्रतिमाओं और झांकियों को देख सकेंगे. भव्य पंडाल को बनाने के लिए राजनांदगांव के प्रलय आर्ट कलाकार को बुलाया गया है. इस चार धाम के झांकियों से भक्तों को एक अच्छा संदेश जाएगा क्योंकि पिछला 2 साल कोरोना ने तबाही मचाई है. इस तरीके के पंडाल और कला से लोगों का विश्वास भगवान में और बढ़ेगा. करीबन 20 से 25 लाख में ये पूरा पंडाल बनाया जा रहा है.
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10 हजार वर्ग फीट में बनाया जा रहा भव्य पंडाल: गणेश पूजा समिति सदस्य प्रकाश महेश्वरी ने बताया "करीबन 10 हजार वर्ग फीट में भव्य पंडाल गुढ़ियारी में बनाया जा रहा है. चार धाम की झांकियों के साथ साथ पंडाल में वैष्णो देवी की गुफा, महाभारत युद्ध, सीता हरण, राम रावण युद्ध इन सब को भी दर्शाया जाएगा. पंडाल के सामने भव्य शंकर भगवान की त्रिदेव मूर्ति भी लगाई गई है. 2 साल बाद हम गणेश उत्सव बड़े धूमधाम से मना रहे हैं. इसलिए इस बार पंडाल को भव्य रूप में सजाया जा रहा है."
गणेश पंडाल में बनाए जा रहे हैं भव्य दृश्य: गणेश पूजा समिति के सदस्य कलाकार देवानंद ने बताया " गणेश पंडाल को गुफा की तरह बनाया गया है. पंडाल के गेट पर शिव भगवान की त्रिमूर्ति देखने को मिलेगी. इसके बाद तांडव करते शिव भगवान की मूर्ति, कैलाश पर्वत, गंगा जमुना संगम जैसे कई तरह के सजावट किए गए हैं. आखिर में चारधाम की झांकियों के दर्शन होंगे. हर साल छत्तीसगढ़ से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु गुढ़ियारी गणेश भगवान के दर्शन के लिए आते हैं. "