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रूस-यूक्रेन युद्ध का असर : घरेलू गैस सिलेंडर महंगे, महिलाएं बोलीं-बिगड़ गया किचन का बजट...

रूस और यूक्रेन के युद्ध का असर (Effect of Russia-Ukraine war) अब रोजमर्रा की चीजों पर दिखने लगा है. पेट्रोल-डीजल के बाद अब गैस सिलेंडर के दामों में इजाफा (Increase in domestic gas prices) हुआ है. इसके बाद गृहिणियों के किचन का बजट बिगड़ गया है.

Increase in domestic gas prices
बढ़े घरेलू गैस के दाम
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Published : Mar 22, 2022, 6:21 PM IST

Updated : Mar 22, 2022, 8:22 PM IST

रायपुर : रूस और यूक्रेन (Effect of Russia-Ukraine war) के बीच चल रहे युद्ध की वजह से लगातार महंगाई बढ़ती चली जा रही है. अब महंगाई का असर महिलाओं की रसोई पर पड़ने लगा है. घरेलू सिलेंडर के दामों में 50 रुपये का इजाफा हुआ है. 6 अक्टूबर 2021 से रसोई गैस सिलेंडर के दामों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ था. कीमत बढ़ने के बाद से छत्तीसगढ़ के करीब सभी जिलों में रसोई गैस की कीमत 1000 से अधिक हो गए हैं. रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध के वजह से कच्चे तेल के दाम बढ़ गए (crude oil prices increase) हैं. इसका असर घरेलू बजट पर दिखने लगा है. घरेलू सिलेंडर के दाम बढ़ने के साथ-साथ डीजल और पेट्रोल के दाम में भी 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है.

बढ़े घरेलू गैस के दाम

घरेलू गैस के दाम बढ़ने से गृहिणियों में नाराजगी
कल तक रायपुर में गैस सिलेंडर के लिए 971 रुपए चुकाने पड़ रहे थे. वहीं आज से गैस सिलेंडर के लिए 1021 रुपए चुकाने होंगे. गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से गृहिणियों में नाराजगी है. रायपुर के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के करीब सभी जिलों में घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 1000 से ज्यादा (Domestic gas cylinder price more than 1000) हो चुके हैं. 4 महीने बाद पेट्रोल और डीजल के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है. इससे सभी सेक्टरों में महंगाई और बढ़ सकती है.

आज तक खाते में नहीं आया सब्सिडी का पैसा
रायपुर की महिलाओं ने बताया कि महंगाई की मार से वे सभी परेशान हो चुकी हैं. कोई भी सरकार महंगाई कम नहीं कर पा रही है. राज्य में कांग्रेस, केंद्र में भाजपा दोनों महंगाई के लिए बराबर की जिम्मेदार है. गैस सिलेंडर में केंद्र सरकार सब्सिडी देने की बात करती है. लेकिन आज तक हमारे अकाउंट में कोई सब्सिडी नहीं आई ऊपर से लगातार गैस के दाम सरकारें बढ़ाती जा रही हैं. आखिर घर चलाने वाली गृहिणी करे तो क्या करें.

ये भी पढ़ें- 12 से 14 वर्षीय बच्चों के वैक्सीनेशन में आएगी तेजी, सभी स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण शुरू


महंगाई से घर की अर्थव्यवस्था संभालना मुश्किल
गृहिणियों का कहना है कि लगातार महंगाई से वे परेशान हो चुकी हैं. घर मुश्किल हो गया है. बच्चों के स्कूल की फीश से घर का राशन तक, सभी चीजें उन्हें ही देखनी पड़ती है. ऊपर से सरकार लगातार गैस के दाम बढ़ाती आ जा रही है. ऐसे में जनता क्या करे. महंगाई से घर की अर्थव्यवस्था हिल गई (Home economy shook by inflation) है. समझ नहीं आ रहा कि हम गैस खरीदे या घर चलाएं.

रायपुर : रूस और यूक्रेन (Effect of Russia-Ukraine war) के बीच चल रहे युद्ध की वजह से लगातार महंगाई बढ़ती चली जा रही है. अब महंगाई का असर महिलाओं की रसोई पर पड़ने लगा है. घरेलू सिलेंडर के दामों में 50 रुपये का इजाफा हुआ है. 6 अक्टूबर 2021 से रसोई गैस सिलेंडर के दामों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ था. कीमत बढ़ने के बाद से छत्तीसगढ़ के करीब सभी जिलों में रसोई गैस की कीमत 1000 से अधिक हो गए हैं. रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध के वजह से कच्चे तेल के दाम बढ़ गए (crude oil prices increase) हैं. इसका असर घरेलू बजट पर दिखने लगा है. घरेलू सिलेंडर के दाम बढ़ने के साथ-साथ डीजल और पेट्रोल के दाम में भी 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है.

बढ़े घरेलू गैस के दाम

घरेलू गैस के दाम बढ़ने से गृहिणियों में नाराजगी
कल तक रायपुर में गैस सिलेंडर के लिए 971 रुपए चुकाने पड़ रहे थे. वहीं आज से गैस सिलेंडर के लिए 1021 रुपए चुकाने होंगे. गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से गृहिणियों में नाराजगी है. रायपुर के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के करीब सभी जिलों में घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 1000 से ज्यादा (Domestic gas cylinder price more than 1000) हो चुके हैं. 4 महीने बाद पेट्रोल और डीजल के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है. इससे सभी सेक्टरों में महंगाई और बढ़ सकती है.

आज तक खाते में नहीं आया सब्सिडी का पैसा
रायपुर की महिलाओं ने बताया कि महंगाई की मार से वे सभी परेशान हो चुकी हैं. कोई भी सरकार महंगाई कम नहीं कर पा रही है. राज्य में कांग्रेस, केंद्र में भाजपा दोनों महंगाई के लिए बराबर की जिम्मेदार है. गैस सिलेंडर में केंद्र सरकार सब्सिडी देने की बात करती है. लेकिन आज तक हमारे अकाउंट में कोई सब्सिडी नहीं आई ऊपर से लगातार गैस के दाम सरकारें बढ़ाती जा रही हैं. आखिर घर चलाने वाली गृहिणी करे तो क्या करें.

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महंगाई से घर की अर्थव्यवस्था संभालना मुश्किल
गृहिणियों का कहना है कि लगातार महंगाई से वे परेशान हो चुकी हैं. घर मुश्किल हो गया है. बच्चों के स्कूल की फीश से घर का राशन तक, सभी चीजें उन्हें ही देखनी पड़ती है. ऊपर से सरकार लगातार गैस के दाम बढ़ाती आ जा रही है. ऐसे में जनता क्या करे. महंगाई से घर की अर्थव्यवस्था हिल गई (Home economy shook by inflation) है. समझ नहीं आ रहा कि हम गैस खरीदे या घर चलाएं.

Last Updated : Mar 22, 2022, 8:22 PM IST
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