ETV Bharat / city

मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

author img

By

Published : Dec 10, 2021, 2:57 PM IST

छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ (Chhattisgarh Anganwadi Workers and Helpers Association) ने अपनी 8 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है. यह प्रपर्शन 10 से 16 दिसंबर तक होगा. इस दौरान आंगनबाड़ी का संचालन सहित कोविड-19 के टीकाकरण कार्य प्रभावित होगा. इसके पहले 30 नवंबर को संभाग स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं.

Anganwadi workers protest
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

रायपुरः छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ ने अपनी 8 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन (State level performance) शुरू कर दिया है. यह प्रदर्शन 10 से 16 दिसंबर तक होगा. इस दौरान आंगनबाड़ी का संचालन सहित कोविड-19 के टीकाकरण कार्य (covid-19 vaccination work) प्रभावित होगा. इसके पहले 30 नवंबर को संभाग स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं.

आंगनबाड़ी में काम करने वाले कार्यकर्ता और सहायिकाओं का कहना है कि इतने कम वेतन में अपना और अपना परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में सरकार को आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता और सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाना चाहिए. इसके पहले भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ ने 30 नवंबर को संभाग स्तर पर प्रदर्शन किया था.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

जांजगीर चांपा में कोरोना के खतरे को किया जा रहा इग्नोर, सक्ती में मेला लगाने पर फिर से जोर

राजधानी के बूढ़ा तालाब पर खोला मोर्चा

शुक्रवार को राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ और प्रगतिशील आंगनबाड़ी कार्यकर्ता साहित्य संघ ने अपनी 8 सूत्रीय मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. आंगनबाड़ी में काम करने वाले कार्यकर्ता और सहायिकाओं का मानदेय काफी कम है.

आंगनबाड़ी में काम करने वाले एक कार्यकर्ता को सरकार की ओर से मानदेय के रूप में 6500 रुपये और एक सहायिका को महज 3500 रुपए मिलते हैं. ऐसे में वे अपना और अपने परिवार का गुजर बसर कैसे करेंगे. पूरे प्रदेश में लगभग 1 लाख आंगनबाड़ी है जिसमें कार्यकर्ता और सहायिका की संख्या 2 लाख है.

रायपुरः छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ ने अपनी 8 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन (State level performance) शुरू कर दिया है. यह प्रदर्शन 10 से 16 दिसंबर तक होगा. इस दौरान आंगनबाड़ी का संचालन सहित कोविड-19 के टीकाकरण कार्य (covid-19 vaccination work) प्रभावित होगा. इसके पहले 30 नवंबर को संभाग स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं.

आंगनबाड़ी में काम करने वाले कार्यकर्ता और सहायिकाओं का कहना है कि इतने कम वेतन में अपना और अपना परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में सरकार को आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता और सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाना चाहिए. इसके पहले भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ ने 30 नवंबर को संभाग स्तर पर प्रदर्शन किया था.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

जांजगीर चांपा में कोरोना के खतरे को किया जा रहा इग्नोर, सक्ती में मेला लगाने पर फिर से जोर

राजधानी के बूढ़ा तालाब पर खोला मोर्चा

शुक्रवार को राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ और प्रगतिशील आंगनबाड़ी कार्यकर्ता साहित्य संघ ने अपनी 8 सूत्रीय मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. आंगनबाड़ी में काम करने वाले कार्यकर्ता और सहायिकाओं का मानदेय काफी कम है.

आंगनबाड़ी में काम करने वाले एक कार्यकर्ता को सरकार की ओर से मानदेय के रूप में 6500 रुपये और एक सहायिका को महज 3500 रुपए मिलते हैं. ऐसे में वे अपना और अपने परिवार का गुजर बसर कैसे करेंगे. पूरे प्रदेश में लगभग 1 लाख आंगनबाड़ी है जिसमें कार्यकर्ता और सहायिका की संख्या 2 लाख है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.