रायपुर: कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरों के बीच छत्तीसगढ़ में कोरोना केसों में उतार चढ़ाव जारी है. बीते दो दिनों में केसों की संख्या में अचानक इजाफा देखा गया था. उसके बाद मंगलवार को कोरोना केसों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है.
बीते तीन दिनों के कोरोना आंकड़े, एक्टिव केसों की संख्या के मुताबिक
- रविवार को 214 नए कोरोना केस किए गए दर्ज
- सोमवार को नए कोरोना केसों की संख्या पहुंची 236
- मंगलवार को इन केसों में आई गिरावट, संख्या पहुंची 142
इसमें सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही है कि मंगलवार को सबसे ज्यादा कोरोना सैंपल की जांच की गई. करीब प्रदेश में 40 हजार 555 सैंपल की जांच की गई. जिसमें 142 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. जबकि सोमवार को 36 हज़ार 109 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें 236 लोग संक्रमित मिले. तो वहीं रविवार को 22 हजार 412 लोगों की कोरोना जांच की गई. इसमें कोरोना के 214 एक्टिव केस सामने आए.
एयरपोर्ट पर बढ़ाई गई ट्रैसिंग, छत्तीसगढ़ आने वालों को दिखानी होगी RTPCR टेस्ट की रिपोर्ट
बीते दो दिनों के बढ़े आंकड़ों को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार अलर्ट हो गई है. सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश में कोरोना केस और गाइडलाइन के पालन को लेकर अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए. दूसरे राज्यों से छत्तीसगढ़ आने वाले लोगों की कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दी गई है. खास बात ये हैं कि दोनों डोज लगा चुके लोगों को भी कोरोना टेस्ट कराना ही होगा. हालांकि ये नियम 8 अगस्त से प्रदेश में लागू होंगे. प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव केस बढ़न के मामले में बस्तर संभाग अब भी आगे हैं. मंगलवार को भी बस्तर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित केस मिले. 21 नए कोविड 19 मरीजों की पहचान हुई. बीजापुर में 15 मरीजों की पहचान हुई. रायपुर और दुर्ग में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है.
छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना केस से सरकार अलर्ट, छत्तीसगढ़ में आने वालों की RTPCR टेस्ट अनिवार्य
कोरोना की दूसरी लहर कम होने के बाद एक बार फिर प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. इसी बीच 2 अगस्त से स्कूल खोल दिए गए हैं. इस दौरान कई स्कूलों में कोरोना गाइडलाइंस का पालन होता नहीं दिख रहा है. गरियाबंद जिले के कई स्कूलों में बच्चों के चेहरे पर ना तो मास्क है ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है. ऐसे में स्थिति और भी चिंता करने वाली है.
कोरोना से बचाव के लिए अब तक 1.24 करोड़ टीके लगाए गए
कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश में अब तक (2 अगस्त तक) एक करोड़ 23 लाख 59 हजार 803 टीके लगाए गए हैं. प्रदेश के 99 लाख 78 हजार 316 लोगों को इसका पहला टीका और 23 लाख 81 हजार 487 को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं. प्रदेश में तीन लाख नौ हजार 315 स्वास्थ्य कर्मियों, तीन लाख 17 हजार 154 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 52 लाख दो हजार 886 और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 41 लाख 48 हजार 961 नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है. वहीं दो लाख 45 हजार 627 स्वास्थ्य कर्मियों, दो लाख 29 हजार 594 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 17 लाख 40 हजार 903 तथा 18 से 44 आयु वर्ग के एक लाख 65 हजार 363 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं.
आठ राज्यों में कोविड-19 रिप्रोडक्टिव नंबर एक से ज्यादा : सरकार
इधर केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक बार फिर कोरोना संक्रमण को लेकर राज्यों को अलर्ट किया है. सरकार की तरफ से कहा गया है कि कोविड-19 के प्रसार को दर्शाने वाला रिप्रोडक्टिव नंबर (R) हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और केरल समेत आठ राज्यों में एक से ज्यादा है. यानी इन राज्यों में केस बढ़ रहे हैं. जिसे लेकर अलर्ट होने की जरूरत है.
क्या होता है R फैक्टर
R फैक्टर यानी रिप्रोडक्टिव रेट. यह बताता है कि एक infected कोरोना मरीज कितने लोगों को इंफेक्ट करता है. यदि R फैक्टर 1.0 से ज्यादा तो इसका मतलब है कि केस बढ़ रहे हैं. R फैक्टर 1.0 से कम है तो केस घटने का संकेत है.
आसान भाषा में इसे इस तरह समझा जा सकता है. यदि 50 व्यक्ति इंफेक्टेड है और वे 50 लोगों को इन्फेक्ट करते हैं तो R वैल्यू 1 होगी. लेकिन 50 व्यक्ति यदि 30 लोगों को इंफेक्ट कर हे हैं तो यहां R वैल्यू 0.30 होगी.