रायपुर: राजधानी रायपुर में शनिवार को दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ के सदस्यों ने अनुकंपा नियुक्ति की मांग को शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम के निवास का घेराव करने की कोशिश की. जिसे पुलिस ने बीच में ही रोक दिया. इस दौरान जमकर झूमाझटकी भी हुई. अनुकंपा संघ का कहना है कि जबतक सरकार उन्हें अनुकंपा नियुक्ति नहीं देती तब तक वे आर-पार की लड़ाई लड़ते रहेंगे. सरकार बनने के ढाई सालों बाद भी इनको अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई. अनुकंपा संघ अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर 21 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है.
राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर अनुकंपा संघ 1 महीने से अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल 21 जुलाई से शुरू हुई. हालात और परिस्थिति से मजबूर होकर प्रदर्शनकारी सरकार को जगाने के लिए अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. बावजूद इसके इनकी मांगों पर सरकार की तरफ से अब तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया है. शनिवार को राजधानी में रैली निकालकर अनुकंपा संघ प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम का घेराव करने निकले थे. जिसे बीच रास्ते में पुलिस ने रोक दिया.
रायपुर में अनुकंपा नियुक्ति की मांग के लिए सड़क पर लेटकर प्रदर्शन
प्रदेश सरकार ने 1 जुलाई 2018 को शिक्षा कर्मियों का संविलियन किया था. ऐसे परिवार के मुखिया का निधन होने पर उनके आश्रितों को सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति दे दी है. लेकिन साल 2006 से 2018 के बीच जितने पंचायत शिक्षकों के निधन हुए हैं. उनके आश्रितों को अब तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसके कारण इन आश्रित परिवारों को सड़क पर उतर कर अलग अलग तरीके से प्रदर्शन करना पड़ रहा है.
पूरे प्रदेश में लगभग 935 दिवंगत पंचायत शिक्षक की विधवाएं और बच्चें हैं. जो अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि डीएड और बीएड की TET की अनिवार्यता को शिथिल करते हुए सभी दिवंगत पंचायत शिक्षक के परिजनों को उनके शैक्षणिक योग्यता के अनुसार तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी या फिर सहायक शिक्षकों के पद पर अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. ताकि वे अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकें.