रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का समापन हो गया है. सदन की कार्यवाही समय से पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. ये सत्र काफी हंगामेदार रहा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 'विपक्ष की हठधर्मिता के कारण सत्र का अवसान जल्दी हो रहा है.'
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि 'हमारी सरकार ने सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की कोशिश की है. राज्य बनने के बाद पहली बार छत्तीसगढ़िया लोगों के हितों में काम हो रहा है. लगातार विपक्ष प्रदेश के विकास में अड़ंगा डालने की कोशिश कर रहा है. विपक्ष को छत्तीसगढ़ से कोई लेना देना नहीं है. विपक्ष शोषकों के साथ खड़ा है.'
विपक्ष ने पूछा- क्या हुआ तेरा वादा ? सीएम ने बताया कौन-कौन से प्रॉमिस पूरे किए
विपक्ष के पास कोई विषय नहीं: CM
सीएम ने कहा कि 'हमने लगातार छत्तीसगढ़ महतारी के लिए काम किया है आगे भी करेंगे. विपक्ष के पास सदन में अपनी बात रखने के लिए कोई विषय बचा भी नहीं है. हमारी सरकार प्रदेश को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है.'
हंगामेदार रहा सत्र
छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार रहा. धान खरीदी, किसान, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था पर विपक्ष ने सरकार से सवाल पूछे. मंगलवार को जनघोषणा पत्र में किए वादों पर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई. धान के समर्थन मूल्य, उठाव पर सत्ता और विपक्ष में कई बार बहस हुई. शराबबंदी पर भी भाजपा ने सरकार को आड़े हाथ लिया. बठेना में 5 लोगों की मौत के मामले में भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और सवाल उठाए.
2 मंत्री, 2 विधायकों को हुआ कोरोना
इसी बीच दो मंत्री और दो विधायकों को कोरोना संक्रमण हो गया. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, मंत्री जय सिंह अग्रवाल कोरोना संक्रमित हैं. विधायक अरुण वोरा और देवव्रत सिंह भी इस महामारी की चपेट में आ गए हैं. इन सभी को इन्फेक्शन विधानसभा की बैठकें शुरू होने के बाद हुआ. कयास लगाए जा रहे थे कि इन चारों के कोरोना संक्रमित होने पर सदन की कार्यवाही स्थगित की जाती है.