रायपुर : शहर में कोरोना संक्रमण काल से अब तक पिछले 2 साल से बंद 67 सिटी बसों का टेंडर निरस्त कर दिया गया (City buses tender canceled in Raipur) है. अब अगले सप्ताह इसे चलाने फिर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी. लंबे समय से बंद ये सभी बसें आमानाका बस डिपो में कंडम स्थिति में खड़ी हैं. टेंडर निरस्त करने के लिए कलेक्टर सौरव कुमार की अध्यक्षता वाली रायपुर शहर सार्वजनिक सोसायटी की बैठक मंगलवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में हुई. इसमें निगम आयुक्त के साथ ही यातायात अधिकारी और पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे.
2 साल से बंद हैं बसें: रायपुर बस सर्विस को यह ठेका वर्ष 2015 के अक्टूबर महीने में दिया गया था. तब से लेकर 22 मार्च 2020 तक यह बस चली. कोरोना काल में सार्वजनिक यातायात बंद होने के बाद से नागरिकों की मांग के बावजूद इसे शुरू नहीं किया गया. बस ऑपरेटर की मांग थी कि 2 साल से खड़े बस के टैक्स में शासन छूट दे. इसी के साथ किराए में वृद्धि की मांग भी वे कर रहे थे. इनमें से 25% किराया वृद्धि तो कर दिया गया, लेकिन एक-एक बस के टैक्स पर आ रहे लगभग 2 लाख रुपये खर्च को लेकर ऑपरेटर तैयार नहीं हुए. इस तरह राजधानी में सस्ते परिवहन सुविधा से नागरिक वंचित हो गए.
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RNNTL की चल रहीं हैं बसें : शासन ने नागरिकों के लिए चल रही सिटी बसों का ठेका निरस्त कर (Raipur Collector canceled the tender) दिया. वहीं रायपुर नगर निगम ट्रांसपोर्ट लिमिटेड कि 100 बसों का संचालन अभी कर रहा है. यह बस अब केवल मंत्रालयीन कर्मचारियों के ही काम आ रही है. सिटी बस का टेंडर निरस्त करने के साथ ही सोसाइटी ने ऑपरेटर का 37 लाख रुपए बैंक गारंटी जिसे फिक्स डिपाजिट करा दिया गया था. उसे राजसात कर लिया है. बताया गया है कि यह राशि अब 7 साल में बढ़कर 50 लाख हो गई है.