रायपुर: आज खाना बनाने के लिए लोगों के पास गैस चूल्हे के साथ ही कई ऑपशन है. जिसका यूज कर खाना बनाया जा रहा है. जिससे समय के साथ पैसों की भी बचत हो रही है. लेकिन इस आधुनिक युग में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. जहां हजारों लोगों को सिगड़ी बांटी जा रही है. सिगड़ी लेने के लिए लोगों की लंबी लाइन लग रही है. खास बात ये है कि फ्री सिगड़ी सिर्फ रायपुर के पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को ही बांटा जा रहा है.
पहले ये जान लीजिए कि सिगड़ी क्या है. सिगड़ी खाने बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला चूल्हा है. जिस पर कोयला और लकड़ी जलाकर खाना बनाया जाता है. गैस चूल्हे के इस्तेमाल से पहले ज्यादातर लोग सिगड़ी पर ही खाना बनाया करते थे. अब ये घरों में काफी कम देखने को मिलता है. लेकिन बीते दिनों रायपुर में हजारों सिगड़ियां देखने को मिली. आइए आपको बताते हैं रायपुर में सिगड़ी अभियान क्यों चलाया जा रहा है.
रायपुर में सिगड़ी बांटने का गुपचुप अभियान: रायपुर के पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में लोगों को सिगड़ी बांटने का अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान को ना तो कोई नाम दिया गया है, ना ही सिगड़ी बांटने वाले का उल्लेख किया गया है. ना ही किसी तरह का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. यहां तक कि हजारों सिगड़ी बांटने के बाद भी इसका जिक्र ना तो किसी मीडिया हाउस में है और ना ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह पूरा अभियान गुपचुप तरीके से चलाया जा रहा है. बावजूद इसके रायपुर पश्चिम विधानसभा में हजारों की संख्या में महिला और पुरुष सिगड़ी ले रहे हैं और यह सिगड़ी पूरी तरह से निशुल्क बांटी जा रही है. इसके लिए किसी से कोई राशि नहीं ली जा रही है.
निशुल्क सिगड़ी पाने के लिए इन दस्तावेजों का होना है जरूरी: सिगड़ी पाने के लिए लोगों के पास राशन कार्ड, आधार कार्ड और निर्वाचन आयोग का मतदाता परिचय पत्र होना जरूरी है. बिना राशन कार्ड और मतदाता परिचय पत्र के यह सिगड़ी लोगों को नहीं मिलेगी.
रायपुर पश्चिम विधानसभा का मतदाता होना जरूरी: सबसे खास बात सिर्फ राशन कार्ड और मतदाता परिचय पत्र होना अनिवार्य नहीं है बल्कि वह राशन कार्ड और मतदाता परिचय पत्र रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र का होना चाहिए है. यदि इन दस्तावेजों का संबंध रायपुर पश्चिम विधानसभा से नहीं हुआ तो उसे यह सिगड़ी नहीं मिलेगी.
सिगड़ी देने के पहले दस्तावेजों की ऑनलाइन भरी जाती है जानकारी: सिगड़ी लेने के लिए लोगों को अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड और मतदाता परिचय पत्र की फोटो कॉपी जमा करनी पड़ती है. इसके बाद काउंटर में मौजूद सदस्य इन दस्तावेजों की जानकारी मोबाइल के जरिए ऑनलाइन रजिस्टर्ड करते हैं. जानकारी में मोबाइल नंबर सहित आधार कार्ड, राशन कार्ड और मतदाता परिचय पत्र का नंबर भरा जाता है. सब कुछ ओके होने के बाद यह सिगड़ी दी जा रही है. सिगड़ी देने के बाद सिगड़ी लेने वाले का सिगड़ी के साथ एक फोटो भी खींच कर मोबाइल में अपलोड किया जा रहा है.
अलग-अलग दिन अलग-अलग वार्डो में बांटी जा रही सिगड़ी: सिगड़ी पूरे पश्चिम विधानसभा में एक साथ नहीं बांटी जा रही है. अलग-अलग दिन अलग-अलग वार्ड के लोगों को सिगड़ी बांटी जा रही है. सिगड़ी बांटने की जिम्मेदारी स्थानीय पार्षदों को सौंपी गई है. जिनके माध्यम से वार्डों में काउंटर लगाकर सिगड़ी वितरण कराया जा रहा है.
गुजरात को कुप्रंबधन से मुक्त कराना है: टीएस सिंहदेव
30 से 35 हजार बांटी जा चुकी है सिगड़ी: रायपुर पश्चिम में लगभग 50 हजार राशन कार्ड धारी हैं. 30 से 35 हजार राशन कार्ड धारियों को सिगड़ी बांटे जाने की सूचना है .हालांकि इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई है.
ढाई से 3 हजार है सिगड़ी की अनुमानित कीमत: जिस सिगड़ी का वितरण किया जा रहा है उसकी एमआरपी लगभग 28 सौ से 3 हजार रुपये ली हुई है. इस तरह यदि 35 हजार सिगड़ी बांटी गई होगी तो यह राशि करोड़ों रुपयों में होगी.
सिगड़ी लेने लगी हुई है लंबी कतारें: घर में गैस चूल्हा होने के बावजूद सिगड़ी लेने महिलाओं की लंबी कतार देखने को मिल रही है. कई लोग अपना काम छोड़कर लंबी लाइन में लग कर सिगड़ी ले रहे हैं. फ्री सिगड़ी लेने के बाद महिलाओं के चेहरे की खुशी देखते ही बनती है.
12 सौ रुपये का सिलेंडर खरीदना हुआ मुश्किल: सिगड़ी लेने वालों का कहना है "लगातार गैस के दाम बढ़ते जा रहे हैं. आज गैस सिलेंडर का दाम 1200 रुपये पहुंच गया है. ऐसे में खाना बनाने के लिए उन्हें महंगा गैस सिलेंडर खरीदना पड़ता है. जबकि लकड़ी का दाम गैस की अपेक्षा काफी कम है. लेकिन शुरुआती दिनों की अपेक्षा लकड़ी के दामों में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है. जहां गैस के दाम 1200 रुपये प्रति सिलेंडर है. वही लकड़ी भी लगभग 8 से 10 रुपये प्रति किलो मिल रही है."
उज्ज्वला योजना में सिर्फ एक बार फ्री मिलता है सिलेंडर: महिलाओं ने कहा कि "आज महंगाई जिस तेजी से बढ़ रही है उसमें गैस सिलेंडर खरीदना मुश्किल हो गया है. उज्वला योजना के तहत एक बार सिलेंडर और चूल्हा तो दे दिया गया लेकिन दोबारा सिलेंडर खरीदने के लिए पैसे कहां से लाए. इसलिए मजबूरन चूल्हे पर वापसी करनी पड़ रही है. "
वॉक्स पॉप
90 विधानसभा में से सिर्फ एक विधानसभा में बांटी जा रही है सिगड़ी: एलपीजी गैस सिलेंडर के युग में शहरी क्षेत्रों में सिगड़ी का बांटना चर्चा का विषय बना हुआ है. वह भी सिर्फ छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा क्षेत्रों में से राजधानी के एक विधानसभा रायपुर पश्चिम में ही बांटा जा रहा है. आखिर इसके पीछे क्या वजह है.
विधायक विकास उपाध्याय द्वारा सिगड़ी बांटने की है चर्चा !: सूत्रों की मानें तो यह सिगड़ी कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय बंटवा रहे हैं. क्योंकि जिनके द्वारा सिगड़ी बांटी जा रही है उनका संबंध कांग्रेस और विधायक विकास उपाध्याय से हैं. बांटने वाले कहीं ना कहीं क्षेत्र के पार्षद कांग्रेस कार्यकर्ता और पार्टी पदाधिकारी हैं. इतना ही नहीं यह सिगड़ी बांटने का अभियान संभाग, जिले वार्ड या ब्लॉक में नहीं बल्कि सिर्फ एक विधानसभा में चलाया जा रहा है. इसलिए स्वाभाविक है कि अभियान कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय की ओर से चलाया जा रहा है.
कुछ भी कहने से बच रहे विधायक और कांग्रेसी नेता: विधायक विकास उपाध्याय से ईटीवी भारत ने सिगड़ी बांटने के अभियान को लेकर चर्चा करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया.
गैस के बढ़ते दाम के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ हिडन एजेंडा तो नहीं: विकास उपाध्याय के द्वारा सिगड़ी को अपने विधानसभा क्षेत्र में बंटवाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक लगभग जितने राशन कार्ड है. उतने लोगों को सिगड़ी देने का अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए किसी एनजीओ की मदद लेने की बात सामने आ रही है. हालांकि अभियान चलाने के पीछे कोई वजह नहीं बताई जा रही है. लेकिन जिस तरह से देश में गैस सिलेंडर के दाम बढ़ रहे हैं शायद उसे देखते हुए भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने के लिए कांग्रेस के नेता का यह हिडन एजेंडा हो, कि गैस के युग में लकड़ी और कोयले से जलाने वाले सिगड़ी को बांटा जाए. इससे जहां एक ओर घरों में सिगड़ी के माध्यम से कांग्रेस की उपस्थिति होगी. वहीं दूसरी ओर गैस के बढ़ते दामों की वजह से भाजपा के खिलाफ माहौल बनेगा.
आगामी विधानसभा चुनाव में फायदा लेने की भी हो सकती है कवायद: कयास तो यह भी लगाए जा रहे हैं कि हो सकता है चुनावी फायदा लेने के लिए अभी से विधायक ने लोगों के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने इस सिगड़ी वितरण अभियान को शुरू किया है. लेकिन यह अभियान प्रदेश के अन्य कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में नहीं चलाया जा रहा है. उन पर दबाव ना बने इसलिए विधायक विकास उपाध्याय और कांग्रेस के नेता इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. बहरहाल सिगड़ी बांटने की वजह कुछ भी हो, लेकिन यह सिगड़ी वितरण अभियान इन दिनों ना सिर्फ रायपुर में बल्कि छत्तीसगढ़ में चर्चा का विषय बना हुआ है.