रायपुर: RSS प्रमुख मोहन भागवत 15 अगस्त से छत्तीसगढ़ प्रवास पर हैं. यहां भागवत सत्ता संगठन के सदस्यों से मुलाकात कर रहे हैं. वे प्रांतीय अध्यक्षों से मुलाकात कर आगामी रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं. इधर, मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे पर कांग्रेस में भी हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस ने भागवत को घेरते हुए हुए तीन सवाल किये हैं.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से पूछा है कि क्या वे छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं को केंद्रीय स्तर पर लागू करने के लिए मोदी सरकार से कहेंगे.
कांग्रेस के सवाल
- क्या गोधन न्याय योजना को केंद्रीय स्तर पर लागू कराएंगे मोहन भागवत ?
- क्या कौशल्या मंदिर का दर्शन करने जाएंगे मोहन भागवत?
- क्या राम वन गमन पथ को केन्द्रीय योजना में शामिल कराएंगे?
कांग्रेस ने अपने तीन सवाल दागते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को घेरने की कोशिश की है. साथ ही जिस राम के नाम को लेकर अबतक भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगता रहा है. अब उसी राम के ननिहाल चंदखुरी स्थित कौशल्या मंदिर को लेकर कांग्रेस ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है.
बीजेपी संगठन को लेकर हुई चर्चा
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार रात भाजपा संगठन मंत्री पवन साय और राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय से मुलाकात की है. बताया जा रहा है उनके बीच लंबी चर्चा हुई है. माना जा रहा है कि भाजपा संगठन को लेकर अलग-अलग मुद्दों पर बात की गई है,हालांकि इस बातचीत का खुलासा नहीं किया गया है.
अहम माना जा रहा संघ प्रमुख का प्रवास
संघ प्रमुख का छत्तीसगढ़ प्रवास ज्यादा अहम माना जा रहा है. छत्तीसगढ़ सरकार गाय, गोबर, राम वन गमन पथ, कौशल्या मंदिर को लेकर इन दिनों काम कर रही है. छत्तीसगढ़ में गोबर खरीदी शुरू होने से भाजपा और आरएसएस के बीच मतभेद जैसी स्थिति भी उभरकर सामने आई थी. इसका कारण प्रांत संघ चालक बिसरा राम यादव का कांग्रेस की योजनाओं को सराहना था. जबकि भाजपा के कई नेताओं ने इसका विरोध किया था.