रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र 2022-23 में बुधवार को उच्च शिक्षा, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा, रोजगार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश पटेल के विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा हुई. उनके संबंधित विभागों के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 1335 करोड़ 42 लाख 95 हजार रुपये की अनुदान मांगें पारित हुईं. इसमें कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग के लिए 381 करोड़ 81 लाख 40 हजार रुपये, उच्च शिक्षा के लिए 857 करोड़ 97 लाख 90 हजार, विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी के लिए 25 करोड़ 35 लाख रुपये और खेल एवं युवा कल्याण विभाग के लिए 70 करोड़ 28 लाख 65 हजार रुपये शामिल हैं. (budget grants passed for departments of Umesh Patel )
उच्च शिक्षा मंत्री पटेल ने अनुदान मांगों पर चर्चा के जवाब में कहा कि 'कोविड 19 से शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हुई. इसके बावजूद चुनौतियों का सामना कर शिक्षा को न सिर्फ संचालित किया गया और परीक्षाओं का संचालन कर परिणाम भी घोषित किए गए. एकेडिमिक कैलेंडर को जारी करने के साथ यूजीसी गाइडलाइन का भी पालन किया गया. महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक के पदों पर नियुक्तियां की गई. जो बची है, वहां भी भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. नियुक्तियों में स्थानीय छत्तीसगढ़ियों को अवसर मिला है. कौशल विकास के अंतर्गत संचालित योजनाओं में समीक्षा कर कागजों में चल रही संस्थाओं को बंद किया गया'.
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मंत्री पटेल ने कहा कि 'अतिथि व्याख्याताओं की राशि बढ़ाई गई. 26 नये शासकीय महाविद्यालय की स्थापना और 10763 सीट बढ़ाई गई. रूसा के अंतर्गत 11 नवीन मॉडल कॉलेज, नवीन बजट में माकड़ी और बासीन में महाविद्यालय के लिए 7 करोड़ 63 लाख का प्रावधान किया गया है. इस साल नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा और कोंडागांव में नवीन कन्या महाविद्यालय की स्थापना का प्रावधान किया गया है".
स्नातकोत्तर महाविद्यालय की संख्या में वृद्धि, नये पदों का सृजन, नये भवन निर्माण, अतिरिक्त कक्ष निर्माण की दिशा में बजट में प्रावधान किया गया है. प्रदेश के महाविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और व्यवस्था की दिशा में नैक संस्था से मूल्यांकन की प्रक्रिया जारी है. 38 से बढ़कर 53 शासकीय कॉलेज नैक से मूल्यांकित हो गए हैं. 112 महाविद्यालय में नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया जारी है. उच्च शिक्षा मंत्री पटेल ने कहा कि साल 2023 के बीच तक सभी कॉलेजों में नैक मूल्यांकन की प्रक्रिया पूर्ण कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. अनुदान मांग की चर्चा में विधायक अजय चंद्राकर और इंदु बंजारे ने भाग लिया.