रायपुर: छत्तीसगढ़ में बस संचालक एसोसिएशन (Chhattisgarh Bus Operators Association) की हड़ताल खत्म (bus strike ends) हो गई है. प्रदेशभर में अब बसों के संचालन का रास्ता साफ हो गया है. बस संचालक एसोसिएशन की परिवहन मंत्री (transport minister chhattisgarh) से चर्चा के बाद यह हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया गया. परिवहन मंत्री ने बस संचालकों की मांगों (demands of bus operators) पर विचार करने की बात कही है. आपको बता दें कि बस संचालकों ने 40 फीसदी किराया बढ़ाने की मांग की थी.
मंगलवार को बसों की हड़ताल से राजधानी रायपुर में लोगों की हालत बेहद खराब हो गई थी. दूर दराज और दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. लेकिन इस हड़ताल के खत्म होने से आम आदमी को राहत मिलेगी. लोगों को सफर के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. मंगलवार को परिवहन मंत्री और बस संचालक एसोसिएशन की बातचीत में यह सकारात्मक रुख निकलकर सामने आया है.
बस के हड़ताल से परेशान हुए यात्री, दोगुना किराया देकर कर रहे सफर
सरकार से सकारात्मक बातचीत के बाद बस संचालकों के हौसले बुलंद हैं. बस संचालक आने वाले दिनों में किराया बढ़ा सकते हैं. लेकिन किराया कितना फीसदी बढ़ेगा यह तय नहीं है. किस रूट पर किराए का दर क्या होगा ये भी अभी फाइनल नहीं हो पाया है.
क्या है बस ऑपरेटरों की मुख्य मांग ?
बस संचालकों की तीन प्रमुख मांग है. बस संचालक यात्री किराया बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि डीजल के भाव के अनुपात में बस के किराए में वृद्धि नहीं हुई है. यातायात महासंघ की मांग है कि किराए वृद्धि के संबंध में स्थायी नीति बनाई जाए. नॉन यूज बसों के लिए 2 माह की समय सीमा को खत्म किया जाए.
सहानुभूतिपूर्वक किया जाएगा विचार
परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बस संचालकों से चर्चा करने के बाद देर शाम अपने बंगले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि लगभग 15 दिनों से बस संचालक यात्री किराया वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर थे. इससे यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. ऐसे में राज्य सरकार ने बस संचालकों से अनुरोध किया है कि आप बसों का संचालन शुरू करें. एसोसिएशन की मांग पर सरकार सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की अनुशंसा को एसोसिएशन ने स्वीकार किया है और आज से बसों का संचालन शुरू करने की बात कही है.