रायपुर: केंद्र सरकार ने 16 जून से सोने के जेवर में हॉल मार्किंग और HUID यानि हॉलमार्किंग यूनिक आईडी अनिवार्य कर दिया है. जिसके बाद से ही सराफा कारोबारी परेशान है. सराफा कारोबारी HUID कोड की कठिन प्रक्रिया को सरल करने की मांग सरकार से कर रहे हैं. इसको लेकर कई बार व्यापारियों ने विरोध भी जताया है. बावजूद इसके सरकार की तरफ से अब तक किसी प्रकार का निर्णय नहीं लिया गया है. जिसके विरोध छत्तीसगढ़ सराफा बाजार आज बंद है. कारोबारियों ने पूरे छत्तीसगढ़ में विरोध जताते हुए सराफा दुकानों को बंद कर दिया है. इस 1 दिन के बंद के दौरान लगभग 100 करोड़ रुपयों का कारोबार प्रभावित होगा.
सोने के जेवर में केंद्र सरकार के द्वारा हॉलमार्किंग यूनिक ID (HUID) अनिवार्य किए जाने के बाद से लगातार सराफा व्यापारी इसका विरोध जता रहे थे. केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री को भी पत्र लिखकर HUID कोड को सरल किए जाने और वापस लिए जाने की मांग भी की थी. बावजूद इसके इनकी मांगों पर अब तक किसी प्रकार का संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाने के कारण मजबूरन सराफा एसोसिएशन को पूरे प्रदेश में सराफा दुकान बंद करने का निर्णय लेना पड़ा.
सोने के जेवर में एचयूआईडी कोड का विरोध, 3500 सराफा दुकानदारों की बढ़ सकती है मुश्किलें
सराफा दुकान बंद को लेकर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू का कहना है कि सराफा का कारोबार करने वाले छोटे और सामान्य दुकानदारों पर कुठाराघात हो रहा है. इस HUID कोड की जटिल प्रक्रिया से छोटे और सामान्य सराफा व्यापारी व्यापार नहीं कर पाएंगे. उन्हें कई तरह की दिक्कतें और परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. छत्तीसगढ़ में सोने के जेवर में हालमार्किंग के 6 सेंटर हैं. जिसमें रायपुर में पांच और दुर्ग में एक सेंटर मौजूद है.