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छत्तीसगढ़ और देश की टॉप न्यूज, जिसके बारे में आपको जरूर पढ़ना चाहिए

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Published : Aug 3, 2021, 6:27 AM IST

Updated : Aug 3, 2021, 7:06 AM IST

कल और आज की बड़ी खबरों के बारे में जानने के लिए क्लिक करें यहां. आज की वे खबरें जिन पर आपकी नजर बनी रहेगी और कल की बड़ी खबरें, जिसके बारे में आप जरूर जानना चाहेंगे. ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव और एक्सप्लेनर के बारे में जानें.

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आज की बड़ी खबर

आज की खबरें जिन पर बनी रहेंगी नजरें

विपक्षी दलों के नेताओं को राहुल ने नाश्ते पर किया आमंत्रित

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को नाश्ते पर बुलाया है. विपक्षी पार्टियां सरकार पर लगातार दबाव डाल रहीं हैं कि पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा की जाए. सरकार इसे अहम मुद्दा नहीं मानती है. अब राहुल गांधी की इस बैठक पर सबकी नजरें टिकी हुईं हैं. कांग्रेस चाहती है कि सभी दल मिलकर भाजपा का विरोध करे. क्या पार्टी इसमें कामयाब हो पाएगी, और इस बैठक से क्या निकलेगा ? क्लिक कर जानें.

कल की वो खबरें जो आपको जाननी चाहिए

महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास, सेमीफाइनल में पहुंची

पुरुष हॉकी टीम के बाद अब महिला हॉकी टीम भी इतिहास बनाने के करीब पहुंच गई है. महिला हॉकी टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है. गुरजीत कौर की गोल की बदलौत भारत ने चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को गेम से बाहर कर दिया. भारतीय टीम मेडल के कितने करीब है और कैसे भारत ने यह कामयाबी हासिल की, जानने के लिए क्लिक करें.

छत्तीसगढ़ में मंडराया तीसरी लहर का खतरा , एक दिन में मिले 236 एक्टिव मरीज !

कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरों के बीच छत्तीसगढ़ में लगातार कोविड के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. सोमवार को कुल 236 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है. जबकि 3 लोगों ने इस बीमारी से दम तोड़ा है. रविवार को कुल 214 कोरोना मरीजों की पहचान हुई थी. सोमवार को इस आंकड़े में इजाफा हुआ है. कोरोना के तीसरी लहर को लेकर यह खतरे की घंटी है. click here

हाथियों के लिए सड़ा धान क्यों खरीद रही सरकार, धरमलाल कौशिक ने भ्रष्टाचार का जताया संदेह

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश सरकार के उस फैसले का कड़ा विरोध किया है. जिसमें हाथियों को जंगल और बस्तियों से दूर रखने के लिए सड़ा हुआ या अंकुरित धान खिलाने की योजना प्रदेश सरकार बना रही है. धरमलाल कौशिक ने कहा है कि इससे साफ होता है कि प्रदेश की सरकार धान खरीदी के बाद हुए भ्रष्टाचार से बचने के लिए अब भ्रष्टाचार की नई बिसात बिछा रही है. उन्होंने कहा कि इससे तय है कि हाथियों के नाम पर मार्कफेड से अंकुरित और सड़े हुए धान को करीब 2050 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा. Click Here

छत्तीसगढ़ में आसान नहीं शराबबंदी की डगर, इसका वादा करने वाले अब विरोध में खड़े हैं !

छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर वाकई सरकार गंभीर है या फिर ये सिर्फ चुनावी मुद्दा था, ये सवाल उठने लगा है. दरअसल 2018 के चुनावी मौसम में कई वादे छत्तीसगढ़ की फिजा में तैर रहे थे. कांग्रेस ने आम जानमानस की खासतौर पर महिलाओं की बेहद अहम मांग को अपनाते हुए सरकार बनने पर पूर्ण शराब बंदी का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के ढाई साल से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी इस दिशा में भूपेश सरकार एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी है. Click Here

छत्तीसगढ़ में दो साल बाद खुले स्कूल, पहले दिन ऐसे हुई पढ़ाई

आखिरकार लंबे इंतजार के बाद छत्तीसगढ़ में सोमवार को स्कूल खोल दिए गए. कोरोना काल में करीब 2 साल के बाद स्कूल खुलने से छात्र-छात्राओं के चेहर पर खुशी दिखी. सरकार ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूल खोलने का फैसला लिया. जिसका असर ज्यादातर जगहों पर दिखा. प्रदेश में अधिकांश जगह पर 10वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू की गई है. पहले दिन छात्र कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए दिखे. करीब 50 फीसदी उपस्थिति के साथ विद्यार्थी स्कूल पहुंचे. Click Here

आम लोगों को महंगाई का डबल झटका: छत्तीसगढ़ में बिजली की दरों में 48 पैसे प्रति यूनिट का इजाफा

राज्य विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन हेमंत वर्मा ने बिजली की औसत दरों में 48 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की घोषणा की है. नई दरें एक अगस्त से लागू हो चुकी हैं. कोरोना के दौरान पहले से ही लोगों की जेबों पर भारी बोझ पड़ा है. इसके बाद डीजल- पेट्रोल की बढ़ती कीमतों ने लोगों की कमर तोड़कर रख दी है. अब बिजली की नई औसत दरें बढ़ने से लोगों पर इसका व्यापक असर पड़ेगा. ईटीवी भारत ने पहले ही यह कयास जताया था कि एक अगस्त से बिजली का नया टैरिफ प्लान लागू किया जा सकता है. Click Here

रायपुर के जिन स्कूलों में पहुचे शिक्षा मंत्री वहां टूटा कोरोना प्रोटोकॉल, भारी पड़ सकती है ऐसी लापरवाही

कोरोना संक्रमण के बीच लगभग डेढ़ साल बाद आज प्रदेश में स्कूल खुले हैं. इस दौरान बच्चों में बच्चों में काफी उत्साह देखा गया. स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने डेढ़ साल बाद स्कूल खुलने पर राजधानी के कई स्कूलों का जायजा लिया. लेकिन एक ओर जहां शासन-प्रशासन ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए स्कूलों के संचालन ली अनुमति दी है. तो वहीं दूसरी ओर खुद, स्कूल शिक्षा मंत्री और अफसर खुलेआम कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते नजर आए. Click Here

ये लापरवाही पड़ेगी भारी, स्वागत-सत्कार में कांग्रेसी भूले गाइडलाइन

तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच लोगों से कोरोना गाइडलाइन की अपील की जा रही है. छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग चिंतित है. लहर का प्रकोप भले ही कम हो गया है, लेकिन कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. तीसरी लहर का खतरा भी बना हुआ है. ऐसे में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता ही अब खुद कोरोना के नियमों का उल्लंघन करते हुए नजर आ रहे हैं. Click Here

कोरिया का रमदहा जलप्रपात, जिसकी खूबसूरती निहारने पहुंच रहे सैलानी

जिले का रमदहा जलप्रपात. बारिश के दिनों में इस वाटर फॉल की खूबसूरती अपने पूरे शबाब पह है. कुदरत के इस मनमोहक नजारे को देखने के लिए दूर दूर से लोग यहां पहुंच रहे हैं. इस जल प्रपात की धारा देखकर लोग यहां रुक जाते हैं Click Here

सोने के जेवर में एचयूआईडी कोड का विरोध, 3500 सराफा दुकानदारों की बढ़ सकती है मुश्किलें

राजधानी सहित पूरे देश में 16 जून से सोने के जेवर में हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दिया गया है. जिसके तहत देश में अब BIS-भारतीय मानक ब्यूरो की हॉलमार्किंग (Gold Hallmarking)वाली गोल्ड ज्वैलरी ही बिकेगी. Click Here

EXPLAINER :

1- 2024 के चुनाव तक बनेगा तीसरा मोर्चा या फिर होगा NDA Vs UPA

2024 का लोकसभा चुनाव अभी दूर है. मगर विपक्ष अभी से इसकी तैयारी में जुटा है. उनके बीच संवाद जारी है. गठबंधन की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. क्षेत्रीय दलों के बड़े नेता भी एक बार फिर तीसरा मोर्चा यानी थर्ड फ्रंट बनाने के लिए सूत्र ढूंढ रहे हैं. तो क्या तीसरा मोर्चा बनेगा या फिर 2024 में एनडीए बनाम एनडीए ही होगा. पढ़िए एक विश्लेषण.

आज की खबरें जिन पर बनी रहेंगी नजरें

विपक्षी दलों के नेताओं को राहुल ने नाश्ते पर किया आमंत्रित

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को नाश्ते पर बुलाया है. विपक्षी पार्टियां सरकार पर लगातार दबाव डाल रहीं हैं कि पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा की जाए. सरकार इसे अहम मुद्दा नहीं मानती है. अब राहुल गांधी की इस बैठक पर सबकी नजरें टिकी हुईं हैं. कांग्रेस चाहती है कि सभी दल मिलकर भाजपा का विरोध करे. क्या पार्टी इसमें कामयाब हो पाएगी, और इस बैठक से क्या निकलेगा ? क्लिक कर जानें.

कल की वो खबरें जो आपको जाननी चाहिए

महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास, सेमीफाइनल में पहुंची

पुरुष हॉकी टीम के बाद अब महिला हॉकी टीम भी इतिहास बनाने के करीब पहुंच गई है. महिला हॉकी टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है. गुरजीत कौर की गोल की बदलौत भारत ने चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को गेम से बाहर कर दिया. भारतीय टीम मेडल के कितने करीब है और कैसे भारत ने यह कामयाबी हासिल की, जानने के लिए क्लिक करें.

छत्तीसगढ़ में मंडराया तीसरी लहर का खतरा , एक दिन में मिले 236 एक्टिव मरीज !

कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरों के बीच छत्तीसगढ़ में लगातार कोविड के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. सोमवार को कुल 236 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है. जबकि 3 लोगों ने इस बीमारी से दम तोड़ा है. रविवार को कुल 214 कोरोना मरीजों की पहचान हुई थी. सोमवार को इस आंकड़े में इजाफा हुआ है. कोरोना के तीसरी लहर को लेकर यह खतरे की घंटी है. click here

हाथियों के लिए सड़ा धान क्यों खरीद रही सरकार, धरमलाल कौशिक ने भ्रष्टाचार का जताया संदेह

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश सरकार के उस फैसले का कड़ा विरोध किया है. जिसमें हाथियों को जंगल और बस्तियों से दूर रखने के लिए सड़ा हुआ या अंकुरित धान खिलाने की योजना प्रदेश सरकार बना रही है. धरमलाल कौशिक ने कहा है कि इससे साफ होता है कि प्रदेश की सरकार धान खरीदी के बाद हुए भ्रष्टाचार से बचने के लिए अब भ्रष्टाचार की नई बिसात बिछा रही है. उन्होंने कहा कि इससे तय है कि हाथियों के नाम पर मार्कफेड से अंकुरित और सड़े हुए धान को करीब 2050 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा. Click Here

छत्तीसगढ़ में आसान नहीं शराबबंदी की डगर, इसका वादा करने वाले अब विरोध में खड़े हैं !

छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर वाकई सरकार गंभीर है या फिर ये सिर्फ चुनावी मुद्दा था, ये सवाल उठने लगा है. दरअसल 2018 के चुनावी मौसम में कई वादे छत्तीसगढ़ की फिजा में तैर रहे थे. कांग्रेस ने आम जानमानस की खासतौर पर महिलाओं की बेहद अहम मांग को अपनाते हुए सरकार बनने पर पूर्ण शराब बंदी का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के ढाई साल से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी इस दिशा में भूपेश सरकार एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी है. Click Here

छत्तीसगढ़ में दो साल बाद खुले स्कूल, पहले दिन ऐसे हुई पढ़ाई

आखिरकार लंबे इंतजार के बाद छत्तीसगढ़ में सोमवार को स्कूल खोल दिए गए. कोरोना काल में करीब 2 साल के बाद स्कूल खुलने से छात्र-छात्राओं के चेहर पर खुशी दिखी. सरकार ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूल खोलने का फैसला लिया. जिसका असर ज्यादातर जगहों पर दिखा. प्रदेश में अधिकांश जगह पर 10वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू की गई है. पहले दिन छात्र कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए दिखे. करीब 50 फीसदी उपस्थिति के साथ विद्यार्थी स्कूल पहुंचे. Click Here

आम लोगों को महंगाई का डबल झटका: छत्तीसगढ़ में बिजली की दरों में 48 पैसे प्रति यूनिट का इजाफा

राज्य विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन हेमंत वर्मा ने बिजली की औसत दरों में 48 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की घोषणा की है. नई दरें एक अगस्त से लागू हो चुकी हैं. कोरोना के दौरान पहले से ही लोगों की जेबों पर भारी बोझ पड़ा है. इसके बाद डीजल- पेट्रोल की बढ़ती कीमतों ने लोगों की कमर तोड़कर रख दी है. अब बिजली की नई औसत दरें बढ़ने से लोगों पर इसका व्यापक असर पड़ेगा. ईटीवी भारत ने पहले ही यह कयास जताया था कि एक अगस्त से बिजली का नया टैरिफ प्लान लागू किया जा सकता है. Click Here

रायपुर के जिन स्कूलों में पहुचे शिक्षा मंत्री वहां टूटा कोरोना प्रोटोकॉल, भारी पड़ सकती है ऐसी लापरवाही

कोरोना संक्रमण के बीच लगभग डेढ़ साल बाद आज प्रदेश में स्कूल खुले हैं. इस दौरान बच्चों में बच्चों में काफी उत्साह देखा गया. स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने डेढ़ साल बाद स्कूल खुलने पर राजधानी के कई स्कूलों का जायजा लिया. लेकिन एक ओर जहां शासन-प्रशासन ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए स्कूलों के संचालन ली अनुमति दी है. तो वहीं दूसरी ओर खुद, स्कूल शिक्षा मंत्री और अफसर खुलेआम कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते नजर आए. Click Here

ये लापरवाही पड़ेगी भारी, स्वागत-सत्कार में कांग्रेसी भूले गाइडलाइन

तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच लोगों से कोरोना गाइडलाइन की अपील की जा रही है. छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग चिंतित है. लहर का प्रकोप भले ही कम हो गया है, लेकिन कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. तीसरी लहर का खतरा भी बना हुआ है. ऐसे में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता ही अब खुद कोरोना के नियमों का उल्लंघन करते हुए नजर आ रहे हैं. Click Here

कोरिया का रमदहा जलप्रपात, जिसकी खूबसूरती निहारने पहुंच रहे सैलानी

जिले का रमदहा जलप्रपात. बारिश के दिनों में इस वाटर फॉल की खूबसूरती अपने पूरे शबाब पह है. कुदरत के इस मनमोहक नजारे को देखने के लिए दूर दूर से लोग यहां पहुंच रहे हैं. इस जल प्रपात की धारा देखकर लोग यहां रुक जाते हैं Click Here

सोने के जेवर में एचयूआईडी कोड का विरोध, 3500 सराफा दुकानदारों की बढ़ सकती है मुश्किलें

राजधानी सहित पूरे देश में 16 जून से सोने के जेवर में हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दिया गया है. जिसके तहत देश में अब BIS-भारतीय मानक ब्यूरो की हॉलमार्किंग (Gold Hallmarking)वाली गोल्ड ज्वैलरी ही बिकेगी. Click Here

EXPLAINER :

1- 2024 के चुनाव तक बनेगा तीसरा मोर्चा या फिर होगा NDA Vs UPA

2024 का लोकसभा चुनाव अभी दूर है. मगर विपक्ष अभी से इसकी तैयारी में जुटा है. उनके बीच संवाद जारी है. गठबंधन की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. क्षेत्रीय दलों के बड़े नेता भी एक बार फिर तीसरा मोर्चा यानी थर्ड फ्रंट बनाने के लिए सूत्र ढूंढ रहे हैं. तो क्या तीसरा मोर्चा बनेगा या फिर 2024 में एनडीए बनाम एनडीए ही होगा. पढ़िए एक विश्लेषण.

Last Updated : Aug 3, 2021, 7:06 AM IST
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