रायपुर: भारत के 16वें राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को होने वाले मतदान के लिए नई दिल्ली से निर्वाचन सामग्री रायपुर पहुंच गई है. सहायक रिटर्निंग अधिकारी दिनेश त्रिवेदी और उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार अग्रवाल मतपेटी, मतपत्र और अन्य सामग्री लेकर बुधवार देर रात नियमित विमान से रायपुर पहुंचे. माना स्थित स्वामी विवेकानंद विमानतल पर कड़ी सुरक्षा के बीच इन्हें विमान से उतारकर छत्तीसगढ़ विधानसभा स्थित स्ट्रांग-रूम पहुंचाया गया.
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राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतपेटी पहुंची रायपुर विधानसभा भवन: राष्ट्रपति चुनाव के लिए उपयोग होने वाली मतपेटी को भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली से विमान में विशेष टिकट खरीदकर सीट पर रखकर रायपुर तक लाया गया. आयोग के निर्देशानुसार मतपेटी की सुरक्षा के लिए उसे चेक-इन बैगेज (Check-in Baggage) में रखने की मनाही थी. रायपुर विमानतल पहुंचने पर मतदान सामग्री को राज्य पुलिस एस्कॉर्ट (Escort) करते हुए विधानसभा भवन स्थित स्ट्रांग रूम तक सुरक्षित पहुंचाया गया. विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा और वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में स्ट्रांग-रूम को सीलबंद किया गया. मतपेटी को मतदान के लिए निर्धारित तिथि 18 जुलाई तक मतदान शुरू होने के पहले तक सशस्त्र बल के पहरे में स्ट्रांग-रूम में सुरक्षित रखा जाएगा. अधिकारियों द्वारा नई दिल्ली में मतदान सामग्री प्राप्त करने से लेकर इसके रायपुर पहुंचने, स्ट्रांग-रूम में रखने और उसे सीलबंद करने तक की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई है.
राष्ट्रपति निर्वाचन के लिए नौ सामग्री लेकर आए हैं अधिकारी: भारत निर्वाचन आयोग से राष्ट्रपति चुनाव के लिए सामग्री लेने नई दिल्ली गए सहायक रिटर्निंग अधिकारी दिनेश त्रिवेदी और उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार अग्रवाल नौ तरह की सामग्री लेकर आए हैं. इनमें लकड़ी के बक्से के अंदर रखा स्टील की मतपेटी, दोनों बक्सों की चाबी, मतपत्र, इलेक्टोरल कॉलेज के सदस्यों की अधिकृत सूची, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, सहायक रिटर्निंग अधिकारियों, मतदान के लिए ड्यूटी में तैनात कार्मिकों और उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंटों के लिए बैज, वोट मार्क करने के लिए वायलेट इंक्ड पेन, पीठासीन अधिकारी के लिए रबर स्टैम्प्स और निर्वाचन निर्देशों एवं पेन के उपयोग के बारे में जानकारी देने वाले पोस्टर शामिल हैं.
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90 विधानसभा सदस्यों के लिए मतदान की व्यवस्था: राष्ट्रपति निर्वाचन के लिए छत्तीसगढ़ में विधानसभा भवन परिसर में मतदान केन्द्र स्थापित किया गया है, जहां राज्य के 90 विधानसभा सदस्यों के लिए मतदान की व्यवस्था की गई है. भारत निर्वाचन आयोग के विशेष अनुमोदन से अन्य राज्यों के निर्वाचक भी इस मतदान केन्द्र में अपना मत डाल सकते हैं. राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के लिए राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली और प्रत्येक राज्य की राजधानी में मतदान केन्द्र स्थापित किए जाते हैं. मतों की गिनती 21 जुलाई को नई दिल्ली में की जाएगी.
राष्ट्रपति चुनाव में कौन-कौन लेते हैं भाग: भारत के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित सांसदों, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और पुडुचेरी संघ राज्य क्षेत्र सहित सभी राज्यों के निर्वाचित विधानसभा सदस्य मतदान करते हैं. इस निर्वाचन में भिन्न-भिन्न राज्यों के प्रतिनिधित्व के मान में एकरूपता और समतुल्यता प्राप्त करने के लिए संसद और प्रत्येक राज्य की विधानसभा के प्रत्येक निर्वाचित सदस्य जितने मत देने के हकदार हैं. उनके मान का अवधारण करने के लिए प्रत्येक राज्य की जनसंख्या पर आधारित एक फार्मूला तैयार किया गया है. जिसके अनुसार इस निर्वाचन में एक सांसद के मत का मूल्य 700 है. जबकि छत्तीसगढ़ के विधायकों का मत मूल्य 129 है. वर्तमान निर्वाचक मण्डल में 233 राज्यसभा सदस्य, 543 लोकसभा सदस्य और 4033 राज्य विधानसभाओं के सदस्यों सहित कुल 4809 सदस्य हैं. राष्ट्रपति पद के लिए दो दावेदार द्रौपदी मुर्मू और यशवन्त सिन्हा हैं.