रायपुरः ठंड का मौसम शुरू हो चुका है.अभी शहरों में ठंड उतनी नहीं पड़ रही है लेकिन ठंड शुरू होते ही कई तरह की परेशानियां लोगों में देखने को मिलने लगी है. महिलाओं और बुजुर्गों में सबसे ज्यादा जोड़ों और कमर में दर्द (Joint and back pain) की शिकायत है. अर्थराइटिस के मरीजों में इस तरह की समस्या ठंड का मौसम आते ही शुरू हो गई है.
घुटनों और कमर के जॉइंट्स में काफी दर्द होने लगा है. इसके अलावा जिन महिलाओं को साइटिका (women sciatica) जैसी बीमारी हुई रहती है, उनमें भी ठंड शुरू होते ही पैरों में जलन की शिकायत शुरू हो गई है. हमेशा घर में भी चप्पल पहन के रहना पड़ता है. ज्यादा कर अर्थराइटिस की बीमारी (Arthritis disease) बुजुर्गों में और 40 उम्र से बड़ी महिलाओं में देखने को मिल रहा है. ऐसे में किन एक्सरसाइज (excercise) से हम इससे कम कर सकते हैं? इस बारे में ईटीवी भारत ने फिजियोथैरेपिस्ट (physiotherapist) डॉक्टर नवीन बागरेचा से खास बातचीत की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा?
महिलाओं और बुजुर्गों में बढ़ी समस्या
फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर नवीन बागरेचा ने बताया कि बेसिकली यह एक ओल्ड एज बीमारी है. जिसको हम अर्थराइटिस बोलते हैं. इसमें हड्डियों की प्रॉब्लम होती है. चाहे वह घुटना, गर्दन या कमर में हो, ज्यादातर तीन जगह ज्यादा होती है. ठंड का जब मौसम आता है तो मांसपेशियों में प्रॉब्लम होनी शुरू हो जाता है और मांसपेशिया सिकुड़ने लगती है.
ऐसे में हम एक्सरसाइज नहीं करते और घर में दर्द होने की वजह से बैठे रहते हैं. इसलिए इसमें और ज्यादा प्रॉब्लम देखने को मिलता है. जो जॉइंट अफेक्टेड होते हैं, यानी जिस जॉइंट के मांसपेशियों घिस चुकी होती हैं उसमें ज्यादा दर्द ठंड के मौसम में शुरू हो जाता है.
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ठंड के मौसम में फिजिकल एक्सरसाइज करना जरूरी
ठंड के टाइम मांसपेशियों में सिकुड़न आती है. अगर रात भर एक ही तरफ या एक ही पोजीशन में सो गए हैं. या दो-तीन घंटे टीवी एक ही जगह पर एक ही पोजीशन में बैठे देख रहे हैं और फिर जब उठते हैं तो हमारी मसल्स रिलैक्स हो जाती है. फिर जब हम उठते हैं तो दोबारा फंक्शन में आ जाती है. इस वजह से मूवमेंट के दो-तीन मिनट तक वह दर्द रहता है. उसके बाद धीरे-धीरे मसल्स खुलना चालू हो जाती है. धीरे-धीरे वह दर्द कम हो जाता है.
अगर नॉर्मल व्यक्ति को भी अगर हड्डियों में कोई तकलीफ नहीं है, तब भी उन्हें दिन में कम से कम एक बार एक्सरसाइज करनी चाहिए. चाहे उसे हम एरोबिक्स के फॉर्म में करें या एक्सरसाइज के फॉर्म में. ठंड के समय एक्सरसाइज हमें रेगुलर करनी चाहिए. एक्सरसाइज करने से हमारी मसल्स की स्ट्रेचेबिलिटी बनी रहती है और दूसरा अगर हमें कोई तकलीफ हुई हो चाहे कमर, घुटने, गर्दन, हाथ की तो जो भी हमारे मूवमेंट होते हैं, कोई भी ज्वाइन के तीन या चार मूवमेंट होते हैं.
जैसा हम गर्दन की बात करें, तो गर्दन को हम लेफ्ट-राइट ऊपर कर सकते हैं. इससे गर्दन की एक्सरसाइज होती है. इसी तरह हम अगर घुटने की बात करें तो घुटने को हम आगे-पीछे कर सकते हैं. यह अच्छे एक्सरसाइज होते हैं. इसी तरह हाथ को भी हम आगे-पीछे कर सकते हैं. कमर को भी हम गोल घुमा सकते हैं.