रायपुर : वर्ष 2013 में रायपुर में सामने आए टेरर फंडिंग मामले (raipur terror funding case ) में पुलिस ने झारखंड के देवघर से आरोपी श्रवण कुमार मंडल को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने अपने बैंक खाते से आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहिद्दीन (terrorist organization SIMI Indian Mujahideen) से जुड़े लोगों के बैंक खातों में लाखों रुपए ट्रांसफर किए थे. मामले में पांच आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं. तीन को सजा हो चुकी (Main accused arrested from Deoghar Jharkhand) है. यह पूरा मामला खमतराई थाने का है. पुलिस अब पकड़े गए आरोपी से आतंकवादी संगठन से जुड़े अन्य लोगों के संबंध में पूछताछ कर रही है. आरोपी के कब्जे से एक मोबाइल, आधार कार्ड एवं ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किया गया है.
कैसे करता था टेरर फंडिंग : पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि "उसके पास पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहिद्दीन के खालिद नामक व्यक्ति का फोन आया था. जिसमें लाखों रुपए कमाने की बात कहते हुए उसे आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाने कहा. खालिद ने कहा कि जो भी रकम खाते में आएगी. उसमें से 13% काटकर उसके बताए अन्य खातों में रकम जमा कर देना. इस पर आरोपी श्रवण कुमार मंडल (shravan kumar mandal accused in raipur terror funding case) ने अपने मौसेरे भाई धीरज साव के साथ आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाया. खाते में जो भी रकम आती थी उसका 13% काटकर खालिद के बताए खातों में श्रवण कुमार ट्रांसफर कर देता था. इसके साथ ही कोई अज्ञात व्यक्ति भी श्रवण कुमार को नकदी रकम देता था.जिसमें वह 13% काटकर बाकी रकम को उनके बताए बैंक खातों में अपने मौसेरे भाई की मदद से जमा करता था. आरोपी श्रवण के बैंक खाते में लाखों रुपए का लेन देन है. जिसमें उसने अपने मौसेरे भाई धीरज साव के बैंक खाते सहित अन्य लोगों के बैंक खातों में लाखों रुपए जमा किया है.
कितने लोगों को हुई है सजा : साल 2013 में टेरर फंडिंग के प्रकरण में पूर्व में पांच आरोपी धीरज साव, जुबेर हुसैन, आयसा बानो, पप्पू मंडल और राजू खान को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें से धीरज साव, जुबेर हुसैन और आयशा बानो को 10 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है.
कैसे हुई गिरफ्तारी : रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि ''श्रवण कुमार मूलतः बिहार के जमुई का रहने वाला है. वर्तमान में वह झारखंड के देवघर के वार्ड नंबर 27 सैनिक स्कूल के पास बंगा में रह रहा था. टेरर फंडिंग के लिए आरोपी ने रायपुर के सरस्वती नगर थाना क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक में अकाउंट खुलवाया और पाकिस्तानी खालिद के बताए अकाउंट पर पैसे डालता था. आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था जिसे गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है.''
रायपुर टेरर फंडिंग केस, मुख्य आरोपी झारखंड से गिरफ्तार
रायपुर टेरर फंंडिंग केस में फरार चल रहे आरोपी को पुलिस ने झारखंड से दबोचा (Arrest in Raipur Terror Funding Case) है.
रायपुर : वर्ष 2013 में रायपुर में सामने आए टेरर फंडिंग मामले (raipur terror funding case ) में पुलिस ने झारखंड के देवघर से आरोपी श्रवण कुमार मंडल को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने अपने बैंक खाते से आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहिद्दीन (terrorist organization SIMI Indian Mujahideen) से जुड़े लोगों के बैंक खातों में लाखों रुपए ट्रांसफर किए थे. मामले में पांच आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं. तीन को सजा हो चुकी (Main accused arrested from Deoghar Jharkhand) है. यह पूरा मामला खमतराई थाने का है. पुलिस अब पकड़े गए आरोपी से आतंकवादी संगठन से जुड़े अन्य लोगों के संबंध में पूछताछ कर रही है. आरोपी के कब्जे से एक मोबाइल, आधार कार्ड एवं ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किया गया है.
कैसे करता था टेरर फंडिंग : पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि "उसके पास पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहिद्दीन के खालिद नामक व्यक्ति का फोन आया था. जिसमें लाखों रुपए कमाने की बात कहते हुए उसे आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाने कहा. खालिद ने कहा कि जो भी रकम खाते में आएगी. उसमें से 13% काटकर उसके बताए अन्य खातों में रकम जमा कर देना. इस पर आरोपी श्रवण कुमार मंडल (shravan kumar mandal accused in raipur terror funding case) ने अपने मौसेरे भाई धीरज साव के साथ आईसीआईसीआई बैंक में खाता खुलवाया. खाते में जो भी रकम आती थी उसका 13% काटकर खालिद के बताए खातों में श्रवण कुमार ट्रांसफर कर देता था. इसके साथ ही कोई अज्ञात व्यक्ति भी श्रवण कुमार को नकदी रकम देता था.जिसमें वह 13% काटकर बाकी रकम को उनके बताए बैंक खातों में अपने मौसेरे भाई की मदद से जमा करता था. आरोपी श्रवण के बैंक खाते में लाखों रुपए का लेन देन है. जिसमें उसने अपने मौसेरे भाई धीरज साव के बैंक खाते सहित अन्य लोगों के बैंक खातों में लाखों रुपए जमा किया है.
कितने लोगों को हुई है सजा : साल 2013 में टेरर फंडिंग के प्रकरण में पूर्व में पांच आरोपी धीरज साव, जुबेर हुसैन, आयसा बानो, पप्पू मंडल और राजू खान को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें से धीरज साव, जुबेर हुसैन और आयशा बानो को 10 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है.
कैसे हुई गिरफ्तारी : रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि ''श्रवण कुमार मूलतः बिहार के जमुई का रहने वाला है. वर्तमान में वह झारखंड के देवघर के वार्ड नंबर 27 सैनिक स्कूल के पास बंगा में रह रहा था. टेरर फंडिंग के लिए आरोपी ने रायपुर के सरस्वती नगर थाना क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक में अकाउंट खुलवाया और पाकिस्तानी खालिद के बताए अकाउंट पर पैसे डालता था. आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था जिसे गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है.''