रायगढ़ः नगर पालिका परिषद सारंगढ़ चुनावी का बिगुल बज गया है. दोनों ही राजनैतिक पार्टियों में प्रत्याशी चयन (Candidate selection in political parties) को लेकर सलाह-मशविरा और मंथन शुरू है. दावेदार भी शक्ति प्रदर्शन और अपनी पहुंच दिखाकर नाम फाईनल कराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. 2 दिसंबर से कांग्रेस पार्टी में यह घमासान थम सकता है.
ऐसा कहा जा रहा है की कांग्रेस रायपुर बैठक के बाद 2 दिसंबर को प्रत्याशियों के नाम की लिस्ट जारी (list of candidates) कर देगी. वहीं बीजेपी में अभी बैठकों का दौर जारी है.
15 वार्डों में होगा चुनाव
संभवतः वह अपनी लिस्ट कांग्रेस के बाद ही जारी करेगी. नगर पालिका परिषद सारंगढ़ में 15 वार्डों में चुनाव (Election in 15 wards in Nagar Palika Parishad Sarangarh) होना है. भाजपा में अध्यक्ष के लिए कोई सशक्त दावेदार नहीं दिख रहा. जिसका लाभ कांग्रेस को आसानी से मिलेगा. वर्तमान में नगर पालिका परिषद सारंगढ़ में भाजपा के अमित अग्रवाल अध्यक्ष के पद पर रहे.
मूलभूत सुविधाओं को लेकर लोग नाराज
शहर की जनता मूलभूत सुविधाओं को लेकर खासा नाराज हैं. साफ-सफाई, सड़क, पानी, बिजली, नाली और स्वास्थ्य सुविधा की अनदेखी भाजपा के लिए चुनौती बन गई है. वहीं, कांग्रेस अपने तीन साल के कार्यालय में किए गए विकास कार्य, जिले की घोषणा को लेकर जीत का दम भर रही है. स्थानीय लोगों की मानें तो शहर में वर्षों से विकास के नाम पर शहरवासियों को छला गया है.
1920 का नगर पालिका आज भी बदहाल है. इतिहास में जाने जाना वाला सारंगढ़ आज गुमनामी के अंधेरे में चला गया है. जिला बनने के बाद एक बार मौका है कि इसका बेहतर विकास हो. जिसके लिए परिषद में अच्छे और विकास कार्यों को प्राथमिकता देने वालों को बैठना होगा. हालांकि चुनाव में जीत को लेकर सभी अपने-अपने दावे कर रहे हैं.