रायगढ़ -छत्तीसगढ़ सरकार की जनहितैषी और आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ावा देने वाली नीतियों का जमीनी असर दिख रहा है कोरोना काल की पाबंदियों को पीछे छोड़ते हुए प्रदेश अर्थव्यवस्था की मजबूती की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. शासन की आर्थिक सशक्तीकरण की योजनाओं के साथ नगर निगम क्षेत्र में गाइड लाइन दर पर 10 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट का बड़ा असर जमीनों की खरीदी-बिक्री में रहा. जिससे शासन को पंजीयन से प्राप्त होने वाले राजस्व में इजाफा हुआ है.
पिछले वित्तीय वर्ष से 43 फीसदी अधिक : जिले में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1 अरब 12 करोड़ 94 लाख रुपये का पंजीयन राजस्व प्राप्त किया गया. जो कि मिले लक्ष्य से भी 43 प्रतिशत अधिक रहा. इस साल पिछले वर्ष के मुकाबले प्रतिमाह 140 पंजीयन ज्यादा हुए. जिला पंजीयक पुष्पलता धुर्वे ने बताया कि, वित्तीय वर्ष 2021-22 में पंजीयन विभाग द्वारा रायगढ़ को फरवरी 2022 तक 61 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया था. निर्धारित समयावधि में उक्त लक्ष्य का 167 प्रतिशत आय प्राप्त किया गया था. पंजीयन महानिरीक्षक अधीक्षक एवं मुद्रांक द्वारा लक्ष्य को पुनर्निधारण कर 78.50 करोड़ रुपये किया गया. उक्त लक्ष्य को भी जिला द्वारा न केवल सफलता पूर्वक प्राप्त किया गया बल्कि लक्ष्य के विरूद्ध 143.88 प्रतिशत की आय अर्जित की गयी
जिला पंजीयक कार्यालय रायगढ़ अंतर्गत उप पंजीयक कार्यालयों में रायगढ़ से 49 करोड़ 32 लाख, सारंगढ़ से 6 करोड़ 96 लाख, खरसिया से 5 करोड़ 78 लाख, घरघोड़ा से 42 करोड़ 33 लाख सहित 106 करोड़ 57 लाख रुपये तथा ई-स्टाम्प से 6 करोड़ 77 लाख रुपये मिलाकर कुल 1 अरब 12 करोड़ 94 लाख रुपये की आय अर्जित की गई. जो कि दिए गए लक्ष्य से भी 43 प्रतिशत अधिक रहा.पंजीयन कार्यालय में इस वर्ष पंजीबद्ध दस्तोवजों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 1714 अधिक रही.